जब देवर घर पहुंचा तो पहले से उसका पति, ससुर व सास खौफनाक वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार थे। जैसे ही युवक घर में दाखिल हुआ। पीछे से भाभी के पति (चचेरे भाई) ने रॉड से सिर पर वार कर दिया। जब वह बेहोश होकर गिर गया तो चाचा-चाची ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव बोरे में भरकर कुएं के पास फेंक दिया था।
युवक भिलाई इंजीनियरिंग कॉलेज में अंतिम सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहा था। छुट्टी लेकर वह घटना से 3 दिन पहले ही घर आया था। पुलिस ने गुत्थी सुलझाते हुए 24 घंटे के भीतर मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रघुनाथनगर थानांतर्गत ग्राम सरना के दर्जीपारा निवासी मनीष साहू पिता रामाशंकर साहू 21 वर्ष भिलाई में इंजीनियिंरग की पढ़ाई कर रहा था। वह 4 दिन पूर्व छुट्टी लेकर अपने गांव आया था। 16 जून की रात वह अपने चचेरे भाइयों के साथ घर के बाहर सो रहा था।
सुबह उसकी लाश घर के पीछे स्थित कुएं के पास पड़ी मिली थी। उसके सिर पर चोट के निशान थे तथा प्रथमदृष्ट्या गला दबाकर हत्या की बात सामने आई थी। रघुनाथनगर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का जुर्म दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई थी। पुलिस ने इसकी सूचना एसपी टीआर कोशिमा, एएसपी पंकज शुक्ला व एसडीओपी वाड्रफनगर को दी।
अधिकारियों के निर्देश पर रघुनाथनगर पुलिस ने कोरिया डॉग स्क्वायड की मदद से संदेह के आधार पर मृतक के चाचा कैलाश राम साहू, चाची सुमित्रा देवी व चचेरा भाई सतेंद्र साहू को हिरासत में लिया। पूछताछ में उन्होंने युवक की हत्या की बात स्वीकार कर ली। हत्या चचेरे भाई की पत्नी से अवैध प्रेम संबंध के कारण की गई थी।
इसके बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर धारा 302 के तहत सोमवार को जेल भेज दिया। कार्रवाई में रघुनाथनगर थाना प्रभारी विनोद पासवान, एएसआई अशोक पांडेय, प्रधान आरक्षक राजेंद्र राय, आरक्षक दीपक सिंह, संजय मारकंडे, मनोज लकड़ा, श्यामलाल राजवाड़े, गौतम मरकाम, अवधेश कुमार, अतुल पांडेय, महिला आरक्षक श्यामपति भगत व कोरिया जिले के डॉग स्क्वायड टीम का योगदान रहा।
इसके बाद उन्होंने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद पिता-पुत्र व मां ने मिलकर उसका शव बोरे में भरा और कुएं में फेंकने पहुंच गए। इस दौरान लाइट की रोशनी आने पर उन्होंने शव को वहीं छोड़ दिया और घर चले गए थे।