इन इलाकों के स्कूलों की शिकायत शिकायतकर्ताओं के अनुसार सैलरी काटने का मैसेज सबसे पहले खम्हारडीह इलाके मंे संचालित हो रहे निजी स्कल में चला था। इस बात की जानकारी होने पर जिले के 10 प्रतिशत से ज्यादा स्कूलों ने इस फार्मूले को लागू कर दिया है। शिक्षकों का कहना है कि सैलरी काटने की जानकारी मोवा, विधानसभा, कोटा, महादेव घाट, राजेंद्र नगर और तेलीबांधा इलाके में संचालित स्कूलों को मिली है।
सैलरी वसूलने बना रहे दबाव निजी स्कूल प्रबंधन ने शिक्षकों पर छात्रों से सैलरी जमा कराने का टारगेट दिया है। टारगेट जल्द से जल्द पूरा हो, इसलिए शिक्षकों के भुगतान को छात्रों के फीस जमा करने से जोड़ दिया है। शिक्षकों का कहना है कि ना चाहते हुए भी प्रबंधन की मनमानी की वजह से पालकों को मैसेज भेज रहे हैं। स्कूलों की मनमानी पर लगाम लग सके, इसलिए निजी स्कूल के शिक्षक जल्द मामले को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मिलने की बात कह रहे हैं।
रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर ने बताया कोविड काल में शिक्षकों को भुगतान ना करने वाले निजी स्कूलों पर कार्रवाई करने का निर्देश राज्य सरकार ने दिया है। जो स्कूल प्रबंधन इस तरह की मनमानी कर रहे है, उनके ख्खिलाफ शिकायत आने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।