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14 दिन क्वारंटाइन में रहने के बाद दे रहे परीक्षा, दूसरे राज्यों के विद्यार्थी परेशान

locationरायपुरPublished: Jul 03, 2020 12:25:11 am

Submitted by:

VIKAS MISHRA

आयुष विश्वविद्यालय करा रहा बीएएमएस, बीएचएमएस, बीपीटी और बीएनवाईएस की परीक्षा

14 दिन क्वारंटाइन में रहने के बाद दे रहे परीक्षा, दूसरे राज्यों के विद्यार्थी परेशान

डेंटल कॉलेज से परीक्षा देकर निकलतीं छात्राएं।

रायपुर . राजधानी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एंव आयुष विश्वविद्यालय ने बीएएमएस, बीएचएमएस, बीपीटी, बीएनवाईएस के एग्जाम की तिथि काफी पहले घोषित की थी, जिसके अनुसार एग्जाम भी शुरू हो गया है। कोरोना वायरस की वजह से ट्रेनों व बसों के परिचालन बंद होने से दूसरे राज्यों के विद्यार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दूसरे राज्यों से जैसे-तैसे आने वाले विद्यार्थियों को 14 दिन क्वारंटाइन में रहकर एग्जाम देना पड़ रहा है।
मध्यप्रदेश की रहने वाली एक छात्रा ने ‘पत्रिकाÓ को मोबाइल के माध्यम से बताया कि उसे बीपीटी के फस्र्ट ईयर का एग्जाम देना है। 18 जुलाई को पहला पेपर है। कोरोना वायरस का संक्रमण राज्य में अधिक है। यहां के लोग घर से बाहर निकलने में भी घबरा रहे हैं। माता-पिता एग्जाम देने से मना कर रहे हैं, क्योंकि ट्रेन व बसें बंद हैं। रायपुर 14 दिन पहले पहुंचना है। निजी वाहन से जाने पर ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। संक्रमण का भी खतरा हो सकता है। ग्वालियर की रहने वाली एक छात्रा ने बताया कि दूसरे राज्यों में जैसे अन्य विश्वविद्यालयों ने परीक्षा स्थगित कर दिया है, उसी तरह आयुष विश्वविद्यालय को भी करनी चाहिए। बीएएमएस के एक छात्र ने बताया कि क्वारंटाइन में रहने के बाद एग्जाम देने की अनुमति मिली है। परीक्षा के दौरान भी कोरोना संक्रमित होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। एग्जाम समाप्ति के बाद घर लौटने पर भी 14 दिन क्वारंटाइन में रहना पड़ेगा।
समय सारणी के साथ दिए थे निर्देश
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने समय सारणी में ही विद्याथियों को सूचित कर दिया था कि सभी प्रायोगिक परीक्षाएं 13 अगस्त के पूर्व संपन्न करा ली जाएगी। परीक्षा में सम्मिलित होने वाले ऐसे सभी विद्यार्थी जो प्रदेश से बाहर चले गए हैं, की वापसी तथा उनके आने पर 14 दिन क्वारंटाइन में रखने की जिम्मेदारी संस्था या महाविद्यालय की रहेगी।
आयुष विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. राजेश हिषीकर का कहना है कि विद्यार्थियों को वापस आने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। कोरोना वायरस की वजह से एक बार परीक्षाएं स्थगित की गई थीं। परीक्षा हॉल में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है। कक्ष में घुसने से पहले सेनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। मास्क लगाना अनिवार्य है।

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