scriptकरोड़पति अनूपा बोलीं- जल्दबाजी में डिसीजन के चलते गंवाए 7 करोड़, लेकिन कोई मलाल नहीं | Exclusive Interview kbc-12 third winner Anupa Das | Patrika News
रायपुर

करोड़पति अनूपा बोलीं- जल्दबाजी में डिसीजन के चलते गंवाए 7 करोड़, लेकिन कोई मलाल नहीं

केबीसी-12 की तीसरी और छत्तीसगढ़ की पहली करोड़पति अनुपा दास की पत्रिका से लंबी बातचीत. एमएससी फिजिक्स करने के बाद मैं कॉलेज में एडहॉक में पढ़ा रही थी। कुछ साल के लिए सिविल सर्विसेस की तैयारी करने दिल्ली गई थी। लौटने के बाद मेरी जॉब लगी तो मैं टीचिंग करने लगी। दरअसल, मैं टीचर ही बनना चाहती थी।

रायपुरNov 28, 2020 / 11:38 am

Tabir Hussain

करोड़पति अनूपा बोलीं- जल्दबाजी में डिसीजन के चलते गंवाए 7 करोड़, लेकिन कोई मलाल नहीं

मैंने कभी दो-तीन टॉपिक नहीं पढ़े हैं। हमेशा बुक पढऩे का शौक रहा है। इसलिए कई चीजों का मुझे डिपली नॉलेज था।

ताबीर हुसैन @ रायपुर। मैं जल्दबाजी में डिसीजन लेती हूँ, यही वजह रही कि 7 करोड़ के सवाल का जवाब मालूम होते हुए भी गेम छोडऩे का फैसला किया। अगर मैं थोड़ी देर और हॉटसीट पर बैठती और ध्यान से सोचती तो जरूर आंसर ट्रेक कर लेती। मुझे कन्फ़र्म मालूम है कि 7 करोड़ जीत जाती। हालांकि मुझे कोई मलाल नहीं है। यह रकम मेरे लिए बहुत मायने रखती है। ईश्वर ने जो किया अच्छा ही किया। यह कहना है छत्तीसगढ़ की पहली और करोड़पति केबीसी सीजन 12 की तीसरी करोड़पति जगदलपुर निवासी अनुपा दास का। वे केबीसी में उनका एपिसोड प्रसारित करने के बाद हमने उनसे लंबी बातचीत की। वे अभी मुंबई में हैं।

10-12 साल पहले मैंने जो पढ़ा था आज वही काम आया

मेरा साइंस का बैकग्राउंड रहा है। पर मुझे आट्र्स के सब्जेक्ट्स से काफी लगाव रहा है। जॉगरफी और हिस्ट्री मेरा पसंदीदा सब्जेक्ट है। मैंने कभी दो-तीन टॉपिक नहीं पढ़े हैं। हमेशा बुक पढऩे का शौक रहा है। इसलिए कई चीजों का मुझे डिपली नॉलेज था। जैसे आपने देखा होगा, धौली का सवाल था। वह मेरे लिए बहुत ही आसान था। मैं खुद शिलालेखों के विषय में, अशोक के चरित्र के विषय में पढ़ा हुआ था। मैं शो में यह भी बताया था कि शिलालिखों की स्क्रिप्ट पाली लैंग्वेज में लिखी गई है। उसका ट्रांसलेट भी किया जा चुका है। अमित सर बहुत खुश भी हो रहे थे ये सब जानकर। कहने का मतलब ये कि आज से 10-12 साल पहले मैंने जो पढ़ा था आज वही काम आया। मेरे कॉन्फिडेंस का सबसे बड़ा कारण भी वही था। जब हम सिविल सर्विसेस की तैयारी करते हैं तो ऐसे सवाल आते ही रहते हैं।

प्रोमो में देखना मेरे लिए भी शॉक था

जब मेरे एपिसोड का प्रोमो रिलीज हुआ उस वक्त मैं जगदलपुर में ही थी। जैसे ही प्रोमो रिलीज हुआ मेरे लिए भी शॉक था। मुझे पता नहीं था कि उस दिन प्रोमो रिलीज होने वाला है। जब हमने शूटिंग की थी तब ऐसा लग रहा था कि शायद दिसंबर में टेलीकॉस्ट हो। मैंने सोच रखा था कि जब मुंबई से हम मम्मा का कैंसर का इलाज कराकर लौटेंगे तो एक साथ सभी घर पर ही देखेंगे। प्रोमो जब आया तो मेरी सिस्टर खुशी के मारे इतनी जोर से चिल्लाई कि पिता को लगा कुछ घटना हो गई। वे दौड़े-दौड़े टीवी रूम में आए तो बहन ने उन्हें बताया कि दीदी का प्रोमो आ गया। उसके बाद लगातार फोन आते रहे। मैं तड़के 4 बजे सो पाई।

बहुत इमोशनल हो गई थी
जब फॉस्टेट फिंगर में मेरा नाम पुकारा तो मैं इतनी इमोशनल हो गई कि बैठे-बैठे सिर भी ऊपर नहीं कर पाई थी। उस वक्त मैं काफी डरी हुई थी कि अगर जवाब मेरे मुताबिक नहीं आया तो कैसे फेस करूंगी। नाम आने के बाद आंखों से आंसू निकलने लगे थे। खुद का संभालना मुश्किल लग रहा था। बच्चन जी ने मुझसे बातकर नॉर्मल किया। मुझे बिठाकर टीम की ओर से पानी पिलाया गया। कुछ समय के लिए शूटिंग रोकी गई। क्योंकि माहौल ही कुछ ऐसा हो गया था। मुझे यकीन नहीं हो रहा था, क्योंकि मैं इतने बड़े सपने को साकार होता देख रही थी।

कई बार आई हूँ रायपुर, 12वीं में पहली बार

मैंने एमएससी किया है। पहले मैं सिविल सर्विसेस में जाना चाहती थी। 12वीं के बाद पहली बार इंजीनियरिंग के एन्ट्रेंस एग्जम के लिए रायपुर गई थी। सिविल सर्विसेस एग्जाम का सेंटर भी रायपुर होता था। मम्मी के डायग्नोस्टिक के पहले ऑपरेशन भी वहां के एक निजी हॉस्पिटल में कराया।

रात 12 बजे से तड़के 4 बजे तक करती थीं डायल

मैं फस्र्ट सीजन से ही केबीसी देख रही हूँ। मुझे वो दिन भी याद है जब हम तीनों बहनें रातभर लैंडलाइन से ट्राई किया करते थे। हम रोटेशन में एक-एक घण्टे में ट्राई करते थे। सबसे बड़ी बात ये थी कि टेन डिजिट के नम्बर को घुमा-घुमाकर डायल करना पड़ता था। हमारे यहां एसटीडी था नहीं। मैंने पापा से स्पीड वाला एसटीडी कनेक्शन लगाने बोला ताकि हमारा नम्बर तेजी से लग जाए। हम सबने यह समझ लिया था कि दिन में लोग ज्यादा ट्राई करते हैं इसलिए हम रात को 12-1 बजे से नम्बर डायल करते थे।

हमको कैसे मालूम कि इस बार किस्मत साथ नहीं देगी

प्रयास की बजाय किस्मत के भरोसे बैठे लोगों के लिए अनूपा कहती हैं, मैं किस्मत को नजरअंदाज तो नहीं करती लेकिन हमको कैसे पता हो कि इस बार हमारी किस्मत साथ नहीं देगी। इसलिए मेहनत करना न छोड़ें। किस्मत भी हमारा टेस्ट लेती रहती है।

बस्तर को माओवाद के रूप में न जानें, यहां की खूबियां आपको लौटने नहीं देंगे

बस्तर को लोग पिछड़ा हुआ मानते हैं, इसकी वजह से पूरे राज्य की छवि माओवादी क्षेत्र की हो गई है? इस देशवासियों को क्या मैसेज देंगी? मैंने केबीसी में भी कहा और यहां भी कह रही हूं कि जगदलपुर जैसी सुंदर और शांत जगह कहीं नहीं है। मेरा और मेरे पैरेंट्स का बर्थ प्लेस है। ग्रेंड फादर ओडिशा से आए हैं इसलिए हमारे घर में उडिय़ा कल्चर है। हालांकि माओवादी समस्या है लेकिन वह अंदरूनी इलाके में है जिसे सरकार सुलझाने की कोशिश कर रही है। जनजाति होने के कारण भी हमारा क्षेत्र बहुत शांत है। क्योंकि जनजातियों में उद्डंता नहीं होती। मैं खुद टीचर हूं। मेरे स्टूडेंट बहुत भोले-भाले हैं। अब धीरे-धीरे वे आधुनिकता को आत्मसात कर रहे हैं। आप एक बार जगदलपुर आएं तो वहां से लौटना पसंद नहीं करेंगे। इतना खूबसूरत शहर है। वहां के लोग इतने अच्छे हैं कि आपको लगेगा वहीं रहना चाहिए। कई ऑफिसर या जॉब होल्डर वहां आते हैं और जॉब करने के बाद वहीं रुकना पसंद करते हैं। घर खरीदकर सेटल्ड भी हो जाते हैं। प्राकृतिक सौंदर्य की बात कहूं तो मां दंतेश्वरी की धरती है, इंद्रावती नदी है। इसलिए खूबसूरती बढ़ गई है। आप एक बार आएंगे तो देखेंगे कि टूरिस्ट प्लेस ग्रो कर रहे हैं। वहां के लोग और वहां की संस्कृति सब आपको अट्रैक्ट करेंगे।

1 करोड़ का सवाल था

18 नवंबर, 1962 को लद्दाख के रेजांग ला में उनकी बहादुरी के लिए किन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था?

ए- मेजर धन सिंह थापा
बी- लेफ्टनंट कर्नल अर्देशिर तारापोर
सी- सुबेदार जोगिन्दर सिंह
डी- मेजर शैतान सिंह
इसका सही जवाब था- मेजर शैतान सिंह

7 करोड़ के लिए सवाल था

रियाज पूनावाला और शौकत दुकानवाला ने एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय किक्रेट में किस टीम का प्रतिनिधित्व किया है?

ए- केन्या
बी-संयुक्त अरब अमीरात
सी- कनाडा
डी- ईरान

25 लाख के सवाल पर आस्क दी एक्सपर्ट लाइफ लाइन

सवाल- उस निर्वाचन क्षेत्र का क्या नाम है जहां से वीडियो क्लिप में नजर आ रही इस राजनेता (अनुप्रिया पटेल) ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी

सही जवाब – मिर्जापुर

12 लाख 50 हजार का दिया सही जवाब

सवाल- शिव पुराण के अनुसार किसके श्राप के कारण भगवान विष्णु किसे श्राप के कारण पत्थर का रूप धारण कर गण्डकी नदी के जल के निकट निवास करते हैं?
सही जवाब – देवी तुलसी

6 लाख 40 हजार रुपए का प्रश्न

सवाल – ओडिशा के किस जगह के बारे में मान्यता है कि इस जगह पर कलिंग का युद्ध लड़ा गया था?
सही जवाब – धौली

3 लाख 20 हजार रुपए का सवाल

प्रश्न – 18वीं शताब्दी में बिलासपुर पर मराठों द्वारा कब्जा किए जाने से पहले किस साम्राज्य की राजधानी थी?

सही जवाब – गोंड साम्राज्य


पहले पड़ाव पर दो लाइफ लाइन, फ्लिप किया प्रश्न

सवाल- स्कीट और ट्रैप किस ओलंपिक खेल की स्पर्धाएं हैं

सही जवाब – निशानेबाजी

1 लाख 60 हजार का सवाल

प्रश्न – इनमें से कौन सा ग्रह सबसे बड़ा है?
जवाब – पृथ्वी

ये हैं अनुपा दास की अभिरुचियां

किस तरह की फिल्में पसंद हैं?
– कॉमेडी
पसंदीदा सिंगर
– मुकेश, मो. रफी, किशोर कुमार
पसंदीदा खाना
– साउथ इंडियन
पहला पैशन
-कूकिंग

करोड़पति अनूपा बोलीं- जल्दबाजी में डिसीजन के चलते गंवाए 7 करोड़, लेकिन कोई मलाल नहीं
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो