इन बातों का ध्यान रखें
व्यायाम करते समय ग्लूकोज, खून से निकलकर मांसपेशियों तक तेजी से पहुंचता है जिससे हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है और अचानक से शुगर लेवल बढ़ जाता है। अतः सावधानी रखें।
डॉक्टरी सलाह जरूर लें
खुद व्यायाम करना शुरू न करें, बल्कि एक्सरसाइज शुरू करने से पहले विशेषज्ञ से संपर्क करें, ताकि व्यायाम कब करना है और कितनी देर करना है, ये जानकारियां मिल सकें।
ब्लड ग्लूकोज के स्तर को जांचें
व्यायाम से पहले, उसके दौरान और बाद में ब्लड शुगर के स्तर की जांच करें। इससे व्यायाम शेड्यूल बनाने में मदद मिलेगी। इसी आधार पर व्यायाम जारी रखें।
डायबिटीज के साथ ह्रदय रोग हो या फिर फैमिली हिस्ट्री है तो व्यायाम से पहले स्ट्रेस टेस्ट करवाना चाहिए।
शरीर की सुने
व्यायाम के समय सतर्क रहें। शरीर के संकेत पहचानें। खूब पानी पिएं। अपने साथ कैंडी या ग्लूकोज टैबलेट रखें। शुगर का स्तर कम होने पर तुरंत लें। सहन करने जितना व्यायाम करें।
कौन से व्यायाम है बेहतर
एरोबिक और रेजिस्टेंस ट्रेंनिंग दोनों करें और अधिक प्रभावी होगा। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार भी बैठ डायबिटीज के प्रबंधन के लिए एरोबिक व स्ट्रेंथ ट्रेनिंग दोनों तरह के व्यायाम करना अच्छा रहता है।