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मालिक का पैसा हड़पने रची थी लूट की झूठी कहानी, भांजा और दोस्त के साथ मुंशी हुआ गिरफ्तार

locationरायपुरPublished: Aug 10, 2020 03:31:20 pm

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CG Desk

– टिंबर कारोबारी के मुंशी ने 4 लाख 60 हजार लूट की शिकायत की थी। – घटना के पांच घंटे बाद ही पुलिस ने सभी को पकड़ा।

मालिक का पैसा हड़पने रची थी लूट की झूठी कहानी, भांजा और दोस्त के साथ मुंशी हुआ गिरफ्तार

मालिक का पैसा हड़पने रची थी लूट की झूठी कहानी, भांजा और दोस्त के साथ मुंशी हुआ गिरफ्तार

रायपुर। खमतराई इलाके में टिंबर कारोबारी से लूट की घटना झूठी निकली। मुंशी ने ही अपने मालिक का पैसा हड़पने के लिए लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी। इसमें मुंशी ने अपने भांजे और उसके दोस्त की भी मदद ली थी। देर रात पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करके साढ़े चार लाख रुपए से अधिक रकम बरामद कर लिया। झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने पर पुलिस मुंशी के खिलाफ अलग से कार्रवाई कर रही है।
पुलिस के मुताबिक गंगानगर शिवमंदिर के पास रहने वाला कुलेश्वर साहू ने शनिवार शाम को खमतराई थाने में शिकायत की कि वह भनपुरी के आनंद टिंबर ट्रेडर्स में मुंशी के तौर पर काम करता है और पेमेंट कलेक्शन करता है। शाम 4 बजे टिंबर मालिक भरत पटेल ने उसे मार्केट से 4 लाख 60 हजार रुपए का बकाया पेमेंट वसूल कर लाने के लिए भेजा था। वह फाफाडीह के दो स्थानों से पूरी रकम कलेक्ट करके अपनी दोपहिया वाहन से लौट रहा था। पूरा पैसा उसने काले रंग के एक हैंडबैग में रखकर डिक्की में रख दिया था। शाम करीब 5.45 बजे डीआरएम आफिस के पास पीछे से बाइक सवार दो युवक पहुंचे। एक युवक चलती बाइक से उतरकर उसकी दोपहिया में बैठ गया और पीठ में कुछ टिकाकर जान से मारने की धमकी देते हुए हैंडबैग ले लिया। इसके बाद फिर बाइक में बैठकर भाग निकले। घटना की सूचना मिलते पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस के आला अधिकारी घटना स्थल में पहुंचे और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
यह थी असली कहानी
मामले की जांच के लिए खमतराई टीआई संजय पुंढीर की टीम लगी थी। इस दौरान कुलेश्वर बार-बार अपना बयान बदल रहा था। साथ ही घटना स्थल पर उसके पीछे बाइक सवार आने का सबूत नहीं मिल रहा था। इसके अलावा कुलेश्वर अपने घर के पास रहने वाले दिनेश का मोबाइल लेकर आया था। रात में पुलिस की टीम कुलेश्वर के घर पहुंची और दिनेश व अन्य लोगों से पूछताछ की गई और तकनीकी जांच में कुलेश्वर के भांजे राकेश साहू और उसके दोस्त योगेश साहू का पता चला। इसके बाद कुलेश्वर ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि उसने लूट की झूठी कहानी रची है। उसे पैसों की जरूरत थी। एक साथ 4.60 लाख रुपए देखकर उसको लालच आ गया था। इस कारण उसने इसे हड़पने के लिए लूट की झूठी कहानी बनाई। फाफाडीह में कारोबारियों से पैसा लेकर राकेश और योगेश को दे दिया था। इसके कुछ देर बाद वह खमतराई थाने पहुंचा और झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई। रात करीब 11 बजे पुलिस ने कुलेश्वर और उसके साथियों को गिरफ्तार कर पूरी रकम बरामद कर लिया।
पिता का इलाज कराना था
कुलेश्वर का दावा है कि वह कर्ज में डूबा था और उसके पिताजी के पैर का ऑपरेशन कराना था। इसके लिए उसे तीन लाख रुपए की जरूरत थी। हालांकि कुलेश्वर की किराने की दुकान भी है और आलीशान मकान है। इसके बावजूद उसने अपने मालिक का पैसा हड़पने के लिए लूट की साजिश रची। झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने के एवज में पुलिस उसके खिलाफ अलग से अपराध दर्ज कर रही है। आरोपियों को पकडऩे में तेलीबांधा टीआई रमाकांत साहू, विधानसभा टीआई अश्वनी राठौर की भूमिका भी अहम रही।
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