scriptआपके मोबाइल पर भी सेव है यह नम्बर तो रहें सावधान, वरना पड़ सकते हैं इस मुसीबत में | Falsification in the name of Aadhar card helpline Chhattisgarh | Patrika News

आपके मोबाइल पर भी सेव है यह नम्बर तो रहें सावधान, वरना पड़ सकते हैं इस मुसीबत में

locationरायपुरPublished: Dec 03, 2018 10:15:31 am

Submitted by:

Deepak Sahu

यह नंबर मोबाइल पर बिना सेव किए ही डाउनलोड हो चुका है

CGNews

आपके मोबाइल पर भी सेव है यह नम्बर तो रहें सावधान, वरना पड़ सकते हैं इस मुसीबत में

रायपुर. राजधानी में दो दिन पहले हजारों लोगों के एंड्राइड मोबाइल फोन पर यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) के नाम पर एक टोल फ्री नंबर सेव हुआ है, जो कि 1800-300-1947 है। यह नंबर मोबाइल पर बिना सेव किए ही डाउनलोड हो चुका है।
इस नंबर पर जब पत्रिका रिपोर्टर ने कॉल करके देखा तो इस नंबर से कोई जवाब नहीं आया, जबकि आधार का असली टोल फ्री नंबर 1947 है। असली नंबर पर जब कॉल किया तो इसमें रिंग गई, साथ ही यह ऑपरेट हुआ। 1947 आधार का असली टोल फ्री नंबर है। यह टोल फ्री नंबर सोमवार से शुक्रवार सुबह 9 बजे से रात 11 बजे तक जारी रहता है, वहीं रविवार को यह नंबर सुबह 9 से शाम 5 बजे तक चालू रहता है।
आधार से संबंधित जानकारी इस टोल फ्री नंबर से लिया जा सकता है। सोशल मीडिया में अचानक सेव हुए संदिग्ध नंबर के बारे में कई तरह की बातें की जा रही है। इस नंबर को मोबाइल से तुरंत डिलीट करने की सलाह दी जा रही है। क्योंकि, 1800-300-1947 नंबर से मोबाइल के डाटा को खतरा हो सकता है।
अगस्त में यूआइडीएआइ ने कहा- नंबर गलत: अगस्त महीने में ऐसे मामले सामने आए थे, जिसके बाद यूआइडीएआइ ने कहा था कि यह नंबर पुराना है और मान्य नहीं है। आधार के लिए 1947 टोल नंबर दो वर्षों से चल रहा है। इस संबंध में मोबाइल ऑपेरटर सॉफ्टवेयर कंपनियों की जिम्मेदारी तय की गई थी। टेलीकॉम कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि कोई भी अवांछित नंबर बिना उपभोक्ताओं के सहमति के बिना सेव नहीं किया जा सकता है।
टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी ने कहा-हमारी गलती नहीं: इस संबंध में जब टेलिकॉम ऑपरेटर कंपिनयों के जिम्मेदार अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आए थे।
बल्कि मोबाइल फोन एप्लीकेशन और मोबाइल सॉफ्टवेयर ऑपरेटर कंपनी की जिम्मेदार है। इस मामले में टेलीकॉम कंपनी के अधिकारी सीधे तौर पर बयान से किनारा करते रहे।

सोशल मीडिया पर हैकिंग की अफवाह
सोशल मीडिया में 1800-300-1947 को हैकिंग नंबर बताकर इस नंबर को तुरंत मोबाइल से डिलीट कर देने की अपील हो रही है। राजधानी में हजारों एंड्राइड मोबाइल उपभोक्ताओं के हैंडसेट्स पर यह नंबर अपने आप सेव हो चुका है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो