बेमौसम बारिश से धान की गुणवत्ता होगी प्रभावित, पैदावार भी कम
पलारी. दुब्बर को दो असाढ़ वाली कहावत यहां किसानों के लिए चरितार्थ हो रही है। एक तो मंडी खुलने में 15 से ज्यादा दिन बचे हंै ऊपर से धान की कटाई का काम जोरों पर है। ऐसे में बेमौसम बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। अंचल में अब तक धान की फ सल बेहतर नजर आ रही थी लेकिन शनिवार को हुई बारिश के बाद किसानों को काफी नुकसान हुआ है। क्षेत्र में दर्जनों स्थानों पर किसानों की धान की फ सल जमीन पर लेट गई है। वहीं बारिश से जिन धान की बालियां तैयार हो गई हैं, उनके कलर तथा गुणवत्ता प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है। वहीं लेट वैरायटी के धान में अब कीट प्रकोप की भी आशंका है।
किसानों ने बताया कि खेत में महामाया, 1010 जैसे अरली वैरायटी के धान की फसल पूरी तरह से पककर तैयार है जबकि कुछ स्थानों पर कटाई भी प्रारंभ हो चुकी है, परंतु तेज बारिश में कई स्थानों पर धान के पौधे पूरी तरह से जमीन पर लेट गए हैं, जो किसानों के लिए तगड़ा नुकसान है। किसान रामखिलावन वर्मा और तुंगनाथ वर्मा आदि ने बताया कि अभी भी अगर मौसम खुल जाएगा तो होने वाले नुकसान में कमी आ सकती है।