किसान का बेटा किसानों से कर रहा छल: चंदूलाल साहू
यह कतई उचित नहीं है। साहू ने कहा कि प्रदेश का किसान छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
किसान का बेटा किसानों से कर रहा छल: चंदूलाल साहू
राजिम. पूर्व सांसद चंदूलाल साहू ने राजिम मुख्यालय के साहू छात्रावास में चर्चा करते हुए कहा कि किसान का बेटा किसानों से छल कर रहा हैं। यह कतई उचित नहीं है। साहू ने कहा कि प्रदेश का किसान छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
भूपेश सरकार के धान खरीदी नीति और नीयत के कारण टूट रही है। कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस बड़े-बड़े वादे और घोषणा कर सत्तासीन हुई। इन वादों में धान का खरीदी मूल्य 25 सौ रुपए न्यूनतम 15-15 क्ंिवटल प्रति एकड़ खरीदी, दो वर्ष का बकाया भुगतान, सभी किसानों का पूरी तरह कर्जा माफ ी एवं मुफ्त बिजली समेत अनेक वादे शामिल थे। ये सारे वादे हाथ में गंगाजल लेकर किए गए थे।
अफ सोस की बात यह है कि सदन में सीएम यह घोषणा करते हैं धान 1815, 1835 में खरीदेंगे। ऐसा कहकर अपने वादे से मुकर रही है। पिछले बोनस को भूल गई है और अभी एक नया नीति लागू कर प्रतिदिन की खरीदी को 30 से 40 फ ीसदी कम कर दिया है। इस स्थिति में 85 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य किसी भी हालत में पूरा नहीं हो सकता। मात्र 50 लाख टन ही खरीद पाएंगे। जबकि इस साल धान का उत्पादन 1 लाख मीट्रिक टन होने की संभावना है।
उन्होंने आगे कहा कि आज किसान स्वस्फूर्त धरना आंदोलन, रोड जाम करने के लिए मजबूर हो गए हैं। खरीदी केन्द्रों में तालाबंदी कर रहे हैं। धान पैदा करके किसान हतोत्साहित है। अपने खर्चा पानी के लिए साहूकारों और महाजनों का चक्कर लगा रहे हैं। 1 दिसंबर से जो धान खरीदी हुआ है सरकार उसका भुगतान नहीं कर पाई है। किसानों का बैंक खाता खाली है।
साहू ने यह भी कहा कि बड़े दुख की बात है कि किसानों और व्यापारियों के धान को जब्ती बनाया जा रहा है। किसान आज प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाकर अपने किस्मत को कोस रहे हैं। अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि भूपेश सरकार की नीयत किसानों के 15 क्ंिवटल धान खरीदने को नहीं दिख रहा है। टोकन जारी करते हैं, उसे भी निरस्त कर दिया जाता है। उसके बाद 15 दिन बाद का जारी करते हैं, ताकि कैसे भी करके 15 फ रवरी का समय व्यतीत हो जाए। कहा कि सरकार धान खरीदी को प्राथमिकता में न रखकर अन्य कार्यों में व्यस्त है। खरीदी केन्द्रों में अधिकारी-कर्मचारियों को छोड़ दिया गया है। जो बेबस और लाचार हैं।
आए दिन कहीं बंधक बना लिए जाते हैं। छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा का नारा देकर अपनी ढपली अपना राग अलाप रहा है। सत्ता के मद में पूरी सरकार मदहोश है। धान खरीदी के मामले में केन्द्र सरकार के ऊपर दोषारोपण कर रहा है। संविधान की शपथ लेने वाले कोई भी जनप्रतिनिधि को वादे से मुकरना शोभा नहीं देता। साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार से हम मांग करते हैं कि वे धान खरीदी केन्द्रों में जाए। किसानों की समस्याओं से अवगत हो और अपने वादों को पूरा कर किसानों का धान पूरा खरीदे।
वर्ना आने वाले समय में भुईया के भगवान अन्नदाता किसान भूपेश सरकार को माफ नहीं करेगी। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश साहू, पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ रामकुमार साहू, नगर पंचायत चुनाव प्रभारी अशोक राजपूत, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजीव चंद्राकर, मंडल अध्यक्ष कमल सिन्हा, पूर्व मंडल अध्यक्ष डायालाल धीवर, प्यारे लाल सोनकर, शरद पारकर, मनोज देवांगन, पूरण यादव, मनोज दुबे, आकाश सिंह राजपूत, संतोष सिन्हा सहित अन्य कार्यकर्ता और किसान उपस्थित थे।