
किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) ने हरिद्वार से वीडियो संदेश जारी कर किसानों से कहा, वे फिर जाकर धरना स्थल पर बैठें। बरसात आ गया है, इसलिए ट्रेक्टर ट्राली में पंडाल बनाएं। अब यह छत्तीसगढ़ का नहीं पूरे भारत के किसानों का आंदोलन है। पूरा मुआवजा और समझौते के पालन किए बिना किसानों की जमीन नहीं लेने दी जाएगी। टिकैत ने कहा, उनकी लड़ाई केंद्र सरकार से भी है और छत्तीसगढ़ की सरकार से भी।
भारतीय किसान यूनियन के छत्तीसगढ़ प्रभारी प्रवीन श्योकंद ने कहा कि फिर छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से पुलिस बल का दुरुपयोग किया गया। किसानों के शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया गया। दूसरी बार प्रशासन ने शासन के इशारे पर किसानों के पंडाल को तोड़ा। सरकार वार्ता करे और समाधान निकाले, लेकिन सरकार की मंशा ठीक नहीं है। अब अगर कोई परेशान करेगा तो सहा नहीं जाएगा।