जांच अधिकारी बदले जाने पर आभा चौधरी के घर का फुटेज काट छाटकर जाच अधिकारी प्रमोद श्रीवास्तव को उपलब्ध कराया गया तथा रात 10.37 के बाद का फुटेज उपलब्ध कराया गया, जबकि आभा चौधरी द्वारा दर्ज बयान में कहा गया है कि रात 9.15 बजे से 10.15 बजे तक दोनो उसके कमरे में थे। रात 9.00 बजे से 10.37 बजे तक उस कमरे में कौन कौन गया ? क्या अनुराग की हत्या उस कमरे में करने के बाद दूसरे कमरे में ले जाया गया ? क्या पैसे का लेन देन कर फुटेज को गायब किया गया ? आभासाहू, शिषीर साहू व अविनाश पूरा घटनाक्रम में 1 जनवरी दोपहर लगभग 12.30 बजे आभा चौधरी ने मृतक के भाई शिरीष साहू को काल करके बताई कि अनुराग दुर्गेश के फ्लेट में अकेला सोया था, अभी दरवाजा नहीं खोल रहा है। मोबाईल का रिंग बाहर तक सुनाई दे रहा है, आनन फानन में शिरिष ग्रीन वैली पंहुचा तो आभा ने उसे बताया क मैं अविनाश जो कि आभा के कालेज का दोस्त है उसको ताला तोडऩे वाले को लाने के लिए सुपेला भेजी हूं। शिरीष तुरंत अपने पापा को कॉल करने का प्रयास किया तो आभा ने उसे रोक दिया। इस बीच कुछ दोस्त और आभा की बहन विभा आ गये। ताला तोडऩे वाले ने ताला तोड़ दिया।