यह है मामला
परिजनों ने बताया कि उन्होंने थाना पीपरछेड़ी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी पुत्री की तबियत लगातार खराब रहने से आसपास में आयुर्वेदिक इलाज कराया। लेकिन ठीक नही होने से नयापारा राजिम के अंजली नर्सिंग होम में इलाज के लिए गए। जहां की डॉक्टर कविता लाल ने सोनोग्राफी कर पेट में ट्यूमर है, कहकर इलाज के लिए 4 लाख रुपए की मांग की। पैसे की व्यवस्था नहीं होने पर दूसरे दिन फिर से उपचार करने जाने पर पीडि़ता का गर्भपात कर दिया। पीडि़ता से पूछने पर उसने गांव के ही शिवकुमार विश्वकर्मा के द्वारा बहला फुसलाकर यौनशोषण कर गर्भवती कर देना बताया। जिसकी रिपोर्ट पर थाना पीपरछेड़ी में अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया था।
मामला पीपरछेड़ी थाने का
मामला गरियाबंद जिले के पीपरछेड़ी थाना का है। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी भोजराम पटेल ने जंाच का जिम्मा कोतवाली प्रभारी देवबती दरियो को सौंपा। पुलिस ने अपनी पूछताछ और 164 में दर्ज बयान में महिला डॉक्टर को गर्भपात का दोषी पाया। इसके बाद महिला डॉक्टर को विधिवत गिरफ्तार कर रायपुर जेल भेज दिया गया।