दामाद गुजर गया, जा नहीं पाया
टिकरापारा स्थित दमकल कंट्रोल रूम के इंचार्ज मोइनुद्दीन ने बताया, नागपुर मेरा ससुराल है। छुट्टियों की दिक्कत के चलते आज 15 साल हो गए नहीं जा पाया। वर्ष 2016 में मेरे दामाद का निधन हो गया लेकिन मैं उसकी मिट्टी में शामिल नहीं हो पाया।
क्यों मनाया जाता है
14 अप्रैल 1944 को मुंबई बंदरगाह पर एक माल ले जाने वाले जहाज पर आग लग गई। जिसमें रुई, विस्फोटर और युद्ध उपकरण रखे हुए थे। आग पर काबू पाने की कोशिश में लगभग 66 अग्निशमन कार्यकर्ता आग की भेंट चढ़ वीर गति को प्राप्त हुए। इन्हीं दिवंगत कर्मियों की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को अग्निशमन दिवस के रूप में मनाया जाता है।