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लॉकडाउन इफेक्ट : जंगल सफारी को 5 करोड़ से ज्यादा का आर्थिक नुकसान

locationरायपुरPublished: Jun 07, 2021 07:08:49 pm

Submitted by:

CG Desk

– सफारी बंद होने से नहीं मिला राजस्व, बिल पास कराने विभाग के चक्कर लगा रहे अधिकारी .

Jungle Safari

कोरोना जांच के बाद ही जंगल सफारी में एंट्री, बचने के लिए पार्किंग से ही लौट रहे सैलानी

रायपुर । कोरोना संक्रमण काल के चलते रायपुर के अटल नगर में स्थित एशिया का सबसे बड़ा जंगल सफारी पर्यटकों के लिए बंद है। पर्यटकों के लिए सफारी बंद होने से वर्ष 2020 में 5 करोड़ का आर्थिक नुकसान हुआ है। इस वर्ष भी सफारी प्रबंधन आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा है। सफारी प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया कि पर्यटकों से मिलने वाला राजस्व बंद होने से जंगल सफारी का बोझ वन विभाग के कंधों में आ गया है। सफारी प्रबंधन के अधिकारी बिल पास करवाने के लिए विभागीय अधिकारियों के चक्कर लगाते है और फिर भी समय पर पैसा नहीं मिलता है।
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2019 मिला था 6 करोड़ का राजस्व
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2019 में जंगल सफारी में पर्यटक आय के बडे स्रोत थे। सफारी प्रबंधन ने वर्ष 2019 में लगभग 6 करोड़ रुपए पर्यटकों से राजस्व के रूप में कमाया था। वर्ष 2020 में यह आय, कोरोना संक्रमण के चलते 86 लाख रुपए में सिमट कर रहे गई। वर्ष 2021 में जंगल सफारी खोलने का निर्देश ना जारी होने की वजह से अब तक एक भी रुपए का राजस्व जंगल सफारी प्रबंधन के पास नहीं पहुंचा है।

खाना तक ले रहे उधारी में
सफारी प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया, कि पिछले वर्ष पैसों की कमी के चलते सफारी परिसर के वन्य प्राणियों को खाना सप्लाई करने वाले ठेकेदारों से उधार में वन्य प्राणियों का भोजन लेना पड़ा। ठेकेदारों ने विभागीय दबाव के चलते खाना तो वन्य प्राणियों को दे दिया, लेकिन अधिकारियों को कई बार उनके आगे मिन्नतें करनी पड़ी। इस सत्र भी सफारी बंद होने राजस्व की हानि हो रही है। सफारी में आय का स्रोत शुरू हो सके, इसलिए टेंडर देकर सफारी का खजाना भरने की तैयारी अधिकारी कर रहे है।

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कोरोना संक्रमण काल की वजह से जंगल सफारी पर्यटकों के लिए बंद है। पर्यटकों से मिलने वाला राजस्व प्राप्त नहीं हो रहा, इस वजह से ठेकेदारों का भुगतान करने में परेशानी हो रही है। आपदा का समय है, कम संसाधनों में काम चला रहे है।
– एम. मर्सीबेला, डायरेक्टर, जंगल सफारी

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