दस्तावेज सत्यापन में यह मिली खामियां
दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान कूटरचित दस्तावेज, सुनियोजित तरीके से गिरोह के माध्यम से फार्मेसी डिग्री-डिप्लोमा हासिल कर छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल में पंजीयन कराना, जाली, फर्जी व कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर संबंधित विश्वविद्यालय व छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल के साथ धोखाधड़ी व गुमराह करने और छत्तीसगढ़ के छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ किए जाने के प्रकरण के आधार पर एफआईआर दर्ज कराने पत्र लिखा गया है।
यहां से किया फर्जीवाड़ा
दस्तावेज सत्यापन व अन्य आधार पर 5, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सन राइस यूनिवर्सटी के 2, पीके यूनिवर्सिटी, जेएस यूनिवर्सिटी, स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी सागर व मोनाद यूनिवर्सिटी के 1-1, वाईबीएन यूनिवर्सिटी रांची के 9, सत्य साईं यूनिवर्सिटी सिहोर के 2, ओपीजेएस यूनिवर्सिटी चुरू के 2, श्रीधर यूनिवर्सिटी पिलानी के 4, अन्य राज्यों के फार्मेसी काउंसिल में पंजीयन के बाद छत्तीसगढ़ में फर्जी तरीके से पंजीयन कराने वाले उत्तरप्रदेश फार्मेसी काउंसिल लखनऊ के 2, राजस्थान फार्मेसी काउंसिल जयपुर के 3 के अलावा पीपीजी कॉलेज ऑफ फार्मेसी के 29 डिप्लोमा फार्मेसी के छात्र शामिल हैं।