अधिकारियों ने बताया, नोडल अफसरों की रिपोर्ट के आधार कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और एसपी नीतू कमल ने दोनों खरीदी केन्द्र की जांच कराई थी। सामने आया कि पलारी विकासखण्ड के भवानीपुर खरीदी केन्द्र में स्टॉक से 1 हजार 26 बोरी ज्यादा धान रखा था। जिसका वजन 410 क्विंटल होता है। केन्द्र में 2 हजार 905 बारदाना कम पाया गया।
फड़ प्रभारी से पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। ऐसे में सहकारिता विस्तार अधिकारी की तहरीर पर फड़ प्रभारी अमित कुमार आजाद और हम्माल मुकद्दम सुशील कुमार निषाद के खिलाफ गिधपुरी थाने में एफआईआर दर्ज हुआ। पुरगांव खरीदी केंंद्र में भी 86 बोरा अधिक धान पकड़ा गया। वहीं किसानों के धान को बिना ढेरी लगाये सीधे तौलने, गुणवत्ता मानको की अनदेखी और किसानों से प्रति बोरा 100 से 900 ग्राम तक ज्यादा तौल की बात भी सामने आई।
अधिकारियों ने बताया, बोरों में स्टेन्सिल लगाने का काम समिति का है, लेकिन यह काम किसानों से कराया जा रहा था। धान को पानी से बचाने के लिए ड्रेनेज की समुचित व्यवस्था नहीं की गई थी। विभाग ने फड़ प्रभारी मयाराम साहू और कम्प्यूटर ऑपरेटर पुरूषोत्तम साहू के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
कबीरधाम में नोडल अधिकारी निलंबित
कबीरधाम कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने पंडरिया के ग्राम करपीगोडान, कुई-कुकदूर और कोदवागोडान धान खरीदी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। कोदवागोडान केंद्र में अमानक धान की खरीदी मिलने पर उन्होंने नोडल अधिकारी जीवन सिंह मारको को तत्काल प्रभाव से निलंबित दिया।
मिलरों ने शुरू किया धान का उठाव
खाद्य विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बताया कि प्रदेश के पंजीकृत मिलिरों ने अभी तक 22 हजार 145 मिट्रिक टन धान का उठाव कर लिया है। मिलरों ने 459 मिट्रिक टन चावल भी नान में जमा कराया है। शुक्रवार तक 3 लाख 23 हजार 524 किसानों से 12 लाख 86 हजार 203 मीटरिक टन धान की खरीदी की गई है। अब तक खरीदे धान के विरूद्ध 2 लाख 15 हजार 735 किसानों को 15 सौ 82 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है।
जांच के लिए खुद पहुंचे कलेक्टर
अधिकारियों ने बताया, नोडल अफसरों की रिपोर्ट के बाद कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और एसपी नीतू कमल खुद भी केेंद्र पहुंचे। उन्होंने शिकायतों का सत्यापन किया, उसके बाद एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए गए।