इसी छत्तीसगढ़ में दो साल पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी के मामले में टीवी एंकर अरनब गोस्वामी के खिलाफ 26 जिलों में 101 एफआईआर दर्ज हुई थीं। फिर इस साल टूलकिट मामले में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा पर एफआईआर हुई। दोनों मामले अदालत में हैं। तब ये चर्चा आम थी कि ऐसे किसी मामले में पूरे देश में भले ही कहीं एफआईआर न हो लेकिन प्रदेश में हो ही सकती है। संभवत: तभी से ऐसे मामलों में केस दर्ज करने पर काफी सोच विचार किया जा रहा है।
सिर्फ एक मामले में खात्मा….
पिछले डेढ़ वर्ष में रायपुर पुलिस के पास अलग थानाक्षेत्र में भाजपा नेता संबित पात्रा, पत्रकार अर्णब गोस्वामी, लेखिका अरुंधति राय, अभिनेत्री कंगना रनौत, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, पी. चिदम्बरम और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करने के आवेदन दिए गए हैं। पुलिस ने लेखिका अरुंधति राय के मामले में आवेदन की जांच करते हुए मामले में खात्मा की अनुशंसा की है। उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए भाजपा नेताओं ने आजाद चौक थाना में 2020 में शिकायत दी थी। बाकी में जांच जारी है।
जैसा अफसर कहते हैं, वैसा करते हैं
हाईप्रोफाइल केसों की जांच करने वाले अफसरों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया, कि शिकायत लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की जाती है और उसके बाद केस की जांच उनके बताए बिंदुओं के आधार पर की जाती है। केस में जो भी लीड मिलती है, उसे अफसरोंं को बताया जाता है और उनके बताए अनुसार रिपोर्ट बनाकर मामलें में आगे की कार्रवाई की जाती है।
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, पी. चिदम्बरम और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ शिकायत पिछले दिनों की गई थी। शिकायतकर्ताओं ने जो साक्ष्य दिए है, उनकी अभी जांच चल रही है। जांच के बाद ही तय होगा क्या करना है।
– वीरेंद्र चर्तुवेदी, सीएसपी कोतवाली
अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ शिकायत मिली है। मामले की पड़ताल की जा रही है।
– गौतम गावड़े, निरीक्षक, कोतवाली