रायपुर

ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, छत्तीसगढ की पहली बैठक 12 को रायपुर में

आइबोक छत्तीसगढ़ के सहायक महासचिव ललित अग्रवाल ने बताया कि केन्द्र सरकार बैंकर्स की जायज मांगों पर ध्यान नहीं दे रही हैं। ऐसे दौर में देश के शीर्ष नेतृत्व जो कि वेतन समझौते में हस्ताक्षर करते हैं कि उपस्थिति निश्चित ही छत्तीसगढ़ के बैंकर्स के लिए गौरवशाली पल होंगे।

रायपुरNov 09, 2019 / 09:03 pm

शिव शर्मा

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रायपुर. केन्द्र सरकार के रुख से बैंक के अधिकारी-कर्मचारी नाराज चल रहे हैं। बढ़ते काम के बोझ और मेहनत के अनुसार वेतन व अन्य सुविधाएं न मिलना नाराजगी की एक बड़ी वजह हैं। इसके अलावा बैकिंग सेक्टर के कई मुद्दे हैं। बैंकिंग उद्योग में 1 नवम्बर 2017 से ओवरड्यू 11वे वेतन समझौते, फैमली पेंशन व पेंशन अपडेशन, बैंकों में पांच कार्य दिवस का सप्ताह, बैंकों के मजज़्र व एकीकरण के दुष्परिणामों पर चर्चा आदि महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डालने व छत्तीसगढ़ के बैंकर्स की सहमति लेने हेतु आइबोक के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवाशीष घोष व महासचिव सौम्या दत्ता विशेष रूप से पहली बार छत्तीसगढ़ आ रहे हैं।
इस कांफ्रेंस में केवल 1000 डेलीगेट्स को ही प्रवेश दिया जायेगा। वर्तमान में एक ओर सरकार मर्जर/एकीकरण तथा विनिवेश के नाम पर बैंकों के निजीकरण की तैयारी कर रही हैं। दूसरी ओर बैंकिंग को आवश्यक सेवा घोषित कर औद्योगिक विवाद निवारण कानूनों को शिथिल करने जा रही हैं।
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