दो अधिकारी पहले ही हो चुके हैं बर्खास्त
जवाब में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया, इस मामले में पहले ही बिलासपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके भांगे, ऑपरेशन करने वाले डॉ. आरके गुप्ता को सेवा से बर्खास्त किया गया। तखतपुर के तत्कालीन खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रमोद तिवारी, सहायक औषधि नियंत्रक हेमंत श्रीवास्तव और परिवार कल्याण के राज्य नोडल अधिकारी को निलंबित किया गया। दवा निर्माता महावर फार्मा और कविता फार्मा के संचालकों के खिलाफ एफआईआर हुई। स्वास्थ्य मंत्री ने मृत महिलाओं के परिजनों के लिए मुआवजा राशि, उनके बच्चों के लिए सरकारी इंतजाम और बीमार महिलाओं के इलाज का ब्योरा रखा। इससे नाराज तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ने कहा, अगर आर्थिक मदद को ही सदन न्याय मानता है तो यह उन्हें मंजूर नहीं। इस घटना के खिलाफ कांग्रेस ने उस समय महतारी न्याय यात्रा निकाली थी। अब हम सरकार में हैं तो उन परिवारों को न्याय दिलाना होगा, नहीं तो यहां होने का कोई मतलब नहीं है।