रिकॉर्डिंग के अंश
दुकान संचालक: नमस्कार सर।सहायक खाद्य अधिकारी : नमस्कार बाफना जी।
दुकान संचालक: आपने दुकान सस्पेंड कर दिया।
सहायक खाद्य अधिकारी : शोकॉज नोटिस देंगे। अभी दुकान सस्पेंड कर दिया है।
दुकान संचालक: आप जब मौके पर पहुंचे तो 60 बोरी चावल ज्यादा लिख दिए, जब कर्मचारी ने विरोध किया तो संदीप शर्मा एफओ ने गिनती भी नहीं की और धमकी भी दी थी, नोटिस में जवाब देना जितना लिख रहे हैं लिखने दो।अपनी रिपोर्ट में 4 क्विंटल 18 किलो कम लिख दिए। ये ठीक बात नहीं है।
दुकान संचालक: हम आपको 2 हजार रुपए महीना क्यों देते हैं? तकनीकी नियम-कायदों से ही बचाने के लिए न। हम इस तरह की समस्या नहीं चाहते, इसीलिए तो आपको पैसा देते हैं।
सहायक खाद्य अधिकारी : हां, आप आओ बाद में बात करते हैं।
दुकान संचालक: एक दुकान की जांच में नमक कम मिला, वहां तो एेसा नहीं हुआ। मेरी दुकान की शिकायत थी क्या?
सहायक खाद्य अधिकारी : नहीं कोई शिकायत नहीं थी। आप मेरी रिपोर्ट पढ़ लो।
दुकान संचालक: मैंने निर्वाचन के बैनर मुफ्त में लगवाने के दवाब की शिकायत की, इसीलिए मेरी दुकान पर कार्रवाई की गई। कितने लोगों का बयान था।
सहायक खाद्य अधिकारी : मुझे याद नहीं, रिपोर्ट की कॉपी पढ़ लेना, चलो ठीक है।
दुकान संचालक: आेके
खाद्यान्न का स्टॉक बढ़ाकर प्रकरण बनाने की देते हैं धमकी
सहायक खाद्य अधिकारी (Assistant food officer) की रिश्वतखोरी से परेशान शासकीय उचित मूल्य के दुकानदारों ने मामले की शिकायत तत्कालीन कलक्टर ओपी चौधारी से की थी। दुकानदारों ने कहा था कि सहायक खाद्य अधिकारी द्वारा बार-बार रुपए की वसूली की जाती है। रिश्वत नहीं देने पर दुकान पर अवैध कार्रवाई की धमकी भी दी जाती है।विभाग की कहां-कहां से वसूली (विभागीय सूत्रों के मुताबिक)
पेट्रोल पंपों से 2 हजार रुपए प्रति माह, राशन दुकानों से 2 हजार रुपए प्रति माह, गैस एजेंसियों से 5 हजार रुपए प्रति माह, राइस मिलों से 10 हजार रुपए प्रति माहवर्जन
ऑडियों में दुकानदार ने पैसे देने की बात कीहै। मैंने कुछ नहीं कहा है। वह एेसा क्यों कह रहे हैं, वो मुझे नहीं पता। मैं रिश्वत नहीं लेता।
-शाहनवाज खान, सहायक खाद्य अधिकार, रायपुर
वर्जन
विभाग के अधिकारियों द्वारा जबरन कार्रवाई करने की धमकी देकर 2 हजार रुपए प्रति माह मांगा जाता है। सभी दुकानदार देते हैं और चुप रहते हैं। मैंने इस संबंध में शिकायत की तो मेरी दुकान को सस्पेंड कर दिया गया। आप आडियो सुन सकते हैं।
-नरेश बाफना, अध्यक्ष, कोर पीडीएस संघ
वर्जन
मैंने पदभार लेते ही खाद्य विभाग के अधिकारियों को हिदायत दी थी। अब इस तरह की बात सामने आ रही है। मैं सख्त कार्रवाई करूंगा।
-एस. भारतीदासन, कलक्टर,रायपुर