14-17 करोड़ में बनेंगे हॉस्टल और क्वार्टर
नहरपारा बाइपास से लगी वन विभाग की मिली जमीन पर करीब 14 से 17 करोड़ में हॉस्टल और आवास बनाए जाएंगे। करीब डेढ़ साल पहले ही बजट को मंजूरी मिल चुकी है। हॉस्टल के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने दिल्ली के एक कंसल्टेंट को भी नियुक्त कर दिया है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने हॉस्टव व क्वार्टरों की डिजाइन, ड्राइंग समेत पूरा इस्टीमेट सौंप दिया है। कॉलेज प्रबंधन ने बजट के लिए प्रशासकीय स्वीकृत के लिए डीएमई और सचिवालय को भेजा दिया है। उम्मीद है कि आंचार संहिता हटते ही प्रशासकीय स्वीकृत मिल जाएगी और निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
अटलनगर में काम, रहते हैं यहां
वन मुख्यालय को अटलनगर में शिफ्ट हुए करीब डेढ साल बीते चुके हैं फिर भी अधिकारियों ने यहां के भवन को खाली नहीं किया है। नहरपारा बाइपास से लगी जमीन पर 16 क्वार्टर बने हैं। इसमें आएएस और आईएफएस के आला अधिकारी निवासरत हैं। बताया जाता है कि इन अधिकारियों को अटलनगर में भी क्वार्टर मिले हैं लेकिन अधिकारी यही पर रहते हैं।
विरोध के बाद भी बनाया बंगला
शासन ने अविभाजित मध्यप्रदेश के दौरान जमीन मेडिकल कॉलेज से लेकर बंगला और वन विभाग का रेस्ट हाउस बना दिया। कुछ दिनों बाद ही रेस्ट हाउस के करीब ही वन विभाग का मुख्यालय भवन बना दिया गया। उस दौरान मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदारों ने इसका कड़ा विरोध किया था, फिर भी शासन ने उनकी एक न सुनी। मेडिकल कॉलेज की जमीन पर ही ऑफिसर कॉलोनी, नर्सिंग कॉलेज, डेंटल कॉलेज, फिजियोथैरेपी कॉलेज भी बनाए गए हैं।