लघुवनोपज के औषधीय गुणों को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार मांग बढ़ रही है। इसे देखते हुए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा प्रमुख रूप से 31 वनोपज की खरीदी की जा रही है। साथ ही संग्रहण किए जा रहे अन्य वनोपज की खरीदी कारोबारियों द्वारा की जा रही है। लेकिन, परिवहन की अनुमति के लिए पास की अनिवार्यता को देखते हुए कारोबारियों द्वारा पिछले काफी समय से इसे मुक्त किए जाने की मांग की जा रही थी। इसे मुक्त किए जाने से बाजार में यह आसानी से उपलब्ध होगा। वहीं इसकी कीमतें भी कम होंगी।
टीपी पास से मुक्त किए जाने वाले लघु वनोपज को तय करने बैठक बुलाई गई थी। प्रस्तावित वनोपज की सूची तय करने के बाद इसे जल्दी ही राज्य सरकार के पास स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
राकेश चतुर्वेदी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक