यहां के लोगों को माफ करना बापू….जुबां पर कुछ, दिल और दिमाग में कुछ और
रायपुरPublished: Mar 08, 2021 01:59:12 am
ये शहर भी अजब है। यहां जुबां पर कुछ और दिल और दिमाग में कुछ और रहता है। कहते कुछ है और करते कुछ और है। कुछ इसी तरह के रायपुररियंस के कारनामों को आप भी पढि़ए……
रायपुर की तीन तस्वीर जो सोचने पर मजबूर करती हैं।
रायपुर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम आजकल सियासी गलियारे में हर किसी की जुबां पर है। दर्जनों योजनाएं गांधीजी के नाम पर है, लेकिन उनके बताए सिद्धांतों को हमने दिल और दिमाग में कितना संजोए रखा है, रायपुर के कचना चौक स्थित इस दीवार पर लगी बापू की हंसती हुई इस पेंटिंग से समझा जा सकता है, जिसमें बापू की आंख में कील ठोंककर उसे बदरंग कर दिया गया है।
गांधी सदन अभी भी व्हाइट हाउस
इसी तरह रायपुर का नगर निगम मुख्यालय भवन का नाम गांधी भवन रखने का ऐलान किया गया था। तीन माह बाद भी मुख्यालय भवन में इस नाम का एक बोर्ड तक नहीं रखा गया है। नाम तुम्हारा लेते लेते हम तुमको ही भूल गए… हमें माफ करना बापू…
स्वास्थ्य कर्मी भूले कोविड गाइडलाइन का पालन
इसी तरह रायपुर में एक तरफ कोरोना के मरीज कम नहीं हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कोरोना टेस्ट के नाम पर सैंपलिंग लिए जाने के दौरान घोर लापरवाही बरती जा रही है। दरअसल, यहां स्वास्थ्य कर्मचारी बिना पीपीई कीट पहने ही सैम्पलिंग कर रहे हैं। इस दौरान यदि एक भी कोरोना संक्रमित मिला तो संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसी तरह कोरोना टीका लगवाने के लिए सेंटर आए बुजुर्गों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं करवाया जा रहा है।