गौरतलब है कि नौ मई को जोगी को पहला कॉर्डियक अरेस्ट आया था, तब से वे वेंटीलेटर पर हैं। उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं है, मगर डॉक्टरों की टीम दिन-रात से हर संभव प्रयास कर रही है। श्रीनारायणा हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर यूनिट के हेड डॉ. पंकज ओमार ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि बुधवार शाम से हिमो डायानामिकी जो पूर्व में स्थिर बना हुआ था, उसमें गिरावट दर्ज हुई। हार्ट बीट और ब्लड प्रेशर में भी लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा था।
बुधवार को एक बार फिर फेफड़े, हार्ट, मस्तिष्क और अन्य अंगों की जांच की। जैसे ही उन्हें कॉर्डियक अरेस्ट आया तो हद्य गति को वापस लाने के लिए कॉर्डियक पल्मोनरी रेससीटेशन (सीपीआर) दिया। डॉ. ओमार का मानना है कि हम पूरा प्रयास कर रहे हैं, बाकि उनके शरीर पर निर्भर करता है। वह हमें जितना रिस्पोंड करेगा, हम उसके मुताबिक इलाज करेंगे। अस्पताल संचालक डॉ. सुनील खेमका का कहना है कि जोगी जी के इलाज के लिए पूरी टीम जुटी हुई है। हम देश-विदेश के सभी विशेषज्ञों की मदद भी ले रहे हैं।