साल 2018 विधानसभा चुनाव में ही उनके चुनाव लडऩे की अटकलें थी। उधर, धरसींवा और बलौदाबाजार क्षेत्र में मिश्रा की पकड़ मानी जाती है। सूत्रों के मुताबिक उन्हें विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट मिलने का आश्वासन भी मिला है। वे लंबे समय तक राजनांदगांव कलेक्टर रहे। शराबबंदी,महिला उत्थान और पर्यावरण समेत कई महत्वपूर्ण मु²ों पर काम करके उन्होंने अपनी पहचान बनाई थी। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. विद्याचरण शुक्ल के निज सचिव रहे। उन्हें सेवानिवृत्त होने के बाद राज्य सहकारिता निर्वाचन आयोग का आयुक्त भी बनाया गया था। पार्टी सूत्रों के मुताबिक वे केंद्रीय पर्यावरण बोर्ड में शामिल हो सकते हैं। मिश्रा के पिता पंडित लखन मिश्र स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे।
6 मई को बनाए जा चुके हैं भाजपा पर्यावरण विभाग के प्रभारी-
जीएस मिश्रा ने भले ही गुरुवार को दिल्ली में पार्टी की सदस्यता ली हो, मगर उन्हें 6 मई 2021 को भाजपा ने अपने पर्यावरण विभाग का प्रभारी नियुक्ति किया था। तब से वे लगातार पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। इस संबंध में प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि जीएस मिश्रा प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। मगर, उन्होंने विधिवत सदस्यता गुरुवार को ली है।
कांग्रेस बोली- भाजपा वाशिंग मशीन बनी
कांग्रेस ने पूर्व आईएएस अधिकारी के भाजपा प्रवेश पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा, भाजपा अब एक एक वाशिंग मशीन में तबदील हो गई है। जहां पर कलंकित व दाग लगे लोगों को धोकर स्वच्छ बनाने का काम किया जाता है। उन्होंने कहा, रेडियस वाटर घोटाला और अन्य गंभीर आरोपों से घिरे हुए अधिकारी भाजपा में शामिल हुए हैं। इसी रास्ते से पूर्व आईएएस ओपी चौधरी भी गए थे।