ये भी पढ़ें : IAS से नेता बने ओपी चौधरी का रायपुर एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत, लगे जयश्री राम के नारे उन्होंने बताया कि यदि आईएएस की नौकरी में होता तो मंत्रालय में मैं ऊंचे पदों पर जाता, लेकिन जनता से सीधा संपर्क नहीं हो पाता। लोगों से सीधा जुड़ाव कट जाता। इसीलिए मुझे लगा कि सीधे लोगों के साथ जुड़कर काम करना चाहिए। इसीलिए मैंने राजनीति में आने का निर्णय लिया।
चौधरी ने कहा कि लोकतंत्र में हम राजनीति की कितनी भी आलोचना करें, लेकिन उसके व्यापक प्रभाव और महत्व को इनकार नहीं कर सकते हैं। लोकतंत्र में राजनीति सबसे प्रमुख होता है, निश्चित रूप से चुनौतीपूर्ण है। लेकिन इसकी महत्ता और प्रासंगिकता से हम इनकार नहीं कर सकते। अब मैं सीधे अपनी माटी और लोगों से जुडकर काम करूंगा।
ये भी पढ़ें : ये थी बड़ी वजह पूर्व आईएएस ओपी चौधरी की राजनीति में आने की, खुद सुनिए उनकी ज़ुबानी इस दौरान उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक मौजूद थे। इससे पहले चौधरी भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने पं. दीन दयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण किया। चौधरी गुरुवार को पहली बार नेता के रूप में रायपुर पहुंचे। ओपी चौधरी का भाजपा कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया। इसके बाद एयरपोर्ट से एकात्म परिसर तक बाइक रैली निकाली गई। चौधरी के पहले नगर आगमन को यादगार बनाने के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट से भाजपा कार्यालय तक जगह-जगह स्वागत किया।
युवा को साधने की रणनीति
बताया जाता है कि ओपी चौधरी के बहाने भाजपा नए मतदाताओं को साधने की रणनीति बना रही है। यही वजह है कि चौधरी के रायपुर आने वाले उनके स्वागत की जिम्मेदारी युवा मोर्चा को दी गई है। पार्टी सूत्रों का पार्टी चौधरी की स्वच्छ और ऊर्जावान छबि का भुनाने के लिए पूरा प्रयास करेंगी।