साल के आखिर में बैंकों में 5 दिनों तक कामकाज प्रभावित होगा। इसकी शुरूआत 21 दिसंबर से हुई। शुक्रवार को ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन द्वारा एक दिवसीय हड़ताल किया गया, जिसमें कर्मचारी तो शामिल नहीं रहे, लेकिन बैंक अधिकारियों द्वारा हड़ताल पर होने की वजह से कामकाज पूरी तरह ठप रहा। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन ने एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा पहले ही कर थी। 22 दिसंबर को चौथा शनिवार होने की वजह से बैंक बंद रहेगा।
अगले दिन 23 दिसम्बर को रविवार की वजह से साप्ताहिक अवकाश रहेगा। सोमवार 24 दिसम्बर को बैंक खुलेगा। इस दिन बैंकों में काम का भारी दबाव देखने को मिल सकता है, क्योंकि इसके अगले दिन 25 दिसम्बर को क्रिसमस की छुट्टी रहेगी। 26 दिसम्बर को यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने देना बैंक सति अन्य दो राष्ट्रीयकृत बैंकों के विलय के विरोध में हड़ताल का ऐलान किया है।
26 से 31 दिसम्बर के बीच चार दिन बैकिंग कामकाज होगा। छत्तीसगढ़ बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन के महासचिव शिरीष नलगुंडवार ने बताया कि राष्ट्रीयकृत बैंकों के विलय के विरोध में 26 को हड़ताल में सभी अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहेंगे। बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय के विरोध में यूनियन ने एक दिवसीय हड़ताल का निर्णय लिया है। इस हड़ताल को 9 अलग-अलग बैंकिंग यूनियनों ने भी समर्थन दिया है।