उधर, राजधानी रायपुर में एक परिवार (4 सदस्य) से संपर्क ही नहीं हो पा रहा है। ये कटोरा तालाब के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जो 15 दिन के अंदर ब्रिटेन से लौटे। इनके दोनों कांटेक्ट नंबर स्वीच ऑफ हैं। अब कुल 102 लोगों के ब्रिटेन से लौटने की पुष्टि हुई है, जिनमें 11 नामों की सूची शुक्रवार को केंद्र से मिली।
रायपुर सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल और एसडीएम दुर्ग (कोविड-19 नोडल अधिकारी) प्रियंका वर्मा ने बताया कि दुर्ग, भिलाई और रायपुर में ब्रिटेन से लौटने वालों की सैंपलिंग जारी है। जिन्हें जांच के लिए एम्स रायपुर भेजा जा रहा है। उधर, राज्य कोरोना कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में शुक्रवार को प्रभारी सचिव आर. प्रसन्ना ने अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। बैठक में कांटेक्ट ट्रेसिंग को युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए।
‘पत्रिका’ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ब्रिटेन से लौटने वाले ७५ प्रतिशत लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना नहीं दी, इसे छिपाए रखा। संपर्क करने पर जानकारी दी।
पॉजिटिव आने पर स्ट्रेन का पता लगाने सैंपल पुणे भेजेंगे-
इंग्लैंड से लौटने वाले जो भी व्यक्ति संक्रमित पाए जाते हैं तो उनके सैंपल जांच के लिए पुणे की लैब में भेजे जाएंगे। छत्तीसगढ़ में अभी स्ट्रेन की जांच की सुविधा नहीं है। हालांकि एम्स प्रबंधन द्वारा कहा गया है कि किट मिल जाए तो वे जांच कर सकते हैं। उधर, भिलाई में जो २ मरीज मिले हैं उनके सैंपल शनिवार को पुणे नेशनल लैब भेजे जाएंगे।
भिलाई की एक युवती के नाम से फैला भ्रम-
जानकारी के मुताबिक भिलाई की एक युवती संक्रमित पाई गई। इसी नाम और सरनेम की युवती ब्रिटेन से लौटी थी। जो हैदराबाद चली गई। शुक्रवार दिनभर कंफ्यूजन रहा, जो देर रात तक क्लियर हुआ। दुर्ग से हैदराबाद पहुंची युवती को आईसोलेट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
अब तक 102 लोगों की पहचान हुई है, जिनमें से 2 राज्य के बाहर हैं। इनसे संपर्क हुआ है। 9 दिसंबर के बाद आने वाले 59 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। 49 के टेस्ट में 03 पॉजिटिव आए हैं।
-डॉ. सुभाष पांडेय, प्रवक्ता एवं संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य विभाग