वर्मा नाम का शख्स कर रहा फोन
अभ्यर्थियों से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें वर्मा नाम का शख्स फोन कर रहा है। वर्मा खुद को विभागीय कर्मचारी बताता है और पैसे देने के बदले मनचाही पोस्टिंग देने की बात कह रहा है। विभागीय अधिकारियों की बातचीत अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया में शेयर की है। अफसरों ने कॉलर का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं इस पूरे मामले को लेकर जिला कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि विभाग को बदनाम करने की साजिश है। मामला पिछले चार दिन से सोशल मीडिया में घूम रहा है। किसी भी अभ्यर्थी को विभाग से फोन नहीं किया गया है।
अभ्यर्थियों से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें वर्मा नाम का शख्स फोन कर रहा है। वर्मा खुद को विभागीय कर्मचारी बताता है और पैसे देने के बदले मनचाही पोस्टिंग देने की बात कह रहा है। विभागीय अधिकारियों की बातचीत अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया में शेयर की है। अफसरों ने कॉलर का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं इस पूरे मामले को लेकर जिला कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि विभाग को बदनाम करने की साजिश है। मामला पिछले चार दिन से सोशल मीडिया में घूम रहा है। किसी भी अभ्यर्थी को विभाग से फोन नहीं किया गया है।
अभ्यर्थियों की जानकारी लीक होना जांच का विषय
जानकारों की मानें तो अभ्यर्थियों की जानकारी गोपनीय होती है। विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को ही छात्र से संबंधित जानकारियां मिलती है। छात्रों की जानकारियां वर्मा नाम के व्यक्ति तक किसी तरह पहुंची, यह जांच का विषय है। डीपीआई के अधिकारियों ने पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है।
व्याख्याता अभ्यर्थियों को डाक के माध्यम से जानकारी भेजी जा रही है। अभ्यर्थी किसी भी शख्स के बहकावे में ना आए। आपने जो जानकारी दी है, उसकी जांच की जाएगी और संलिप्तता पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– जितेंद्र शुक्ला, संचालक, स्कूल शिक्षा विभाग