इससे बुजुर्ग उस पर भरोसा करने लगे। इसके बाद उन्होंने और निवेश करना शुरू कर दिया और फरवरी 2022 तक कुल 89 लाख रुपए निवेश करवा चुका था। इस बीच कंपनी के नाम से ईमेल और पर्ची दिखाकर उन्हें शेयर मार्केट में 6 करोड़ रुपए का मुनाफा दिखाते रहता था। इतना मुनाफा देखकर एक दिन बाद बुजुर्ग ने उस रकम को निकालने कोशिश की, तो दयानिधि बहानेबाजी करने लगा। इससे उन्हें शक हुआ। फिर उन्होंने कंपनी के बारे में जानकारी ली, तो कंपनी फर्जी निकली। इस बीच दयानिधी अपना मकान छोड़कर भाग निकला और मोबाइल बंद कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने कोतवाली थाने में शिकायत की। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।
जमा पूंजी चली गई
पुलिस के मुताबिक बुजुर्ग ने अपने रिटायरमेंट का पूरा पैसा अपना और पत्नी व बेटी के बैंक खाते में रखा था। लेकिन आरोपी के झांसे में ऐसे फंसे कि अपनी पत्नी और बेटी के खाते का पैसा भी निकालकर उसे दे दिया। इसकी शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। बताया जाता है कि आरोपी और कई लोगों को इसी तरह ठगा है। फिलहाल किसी ने लिखित में शिकायत नहीं की है।