इस कहानी की शुरूआत होती है रायपुर के जैव विविधता वैज्ञानिक अनुपम सिंह सिसोदिया और दिल्ली में सुुप्रीम कोर्ट के वकील सिद्धांत बख्शी से। दोनों रायपुर के राजकुमार कॉलेज से पासआउट हैं अनुपम को जब एनजीओ संस्था के जरिए बेंगलूरु में श्रमिकों के फंसे होने की जानकारी मिली तो उन्होंने सिद्धांत से चर्चा की। सिद्धांत नलसार लॉ यूनिवर्सिटी हैदराबाद के छात्र रहे थे, उन्होंने नलसार और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बेंगलूरु के एलुमनाई ग्रुुप और पूर्व छात्रों से संपर्क साधा। इस ऑपरेशन में रायपुर और बेंगलूरु से 50 लोगों की टीम बनी। बेंगलूरु में श्रमिकों को बस से लाने से लेकर एयरपोर्ट तक हवाई सफर के लिए पूरी रणनीति बनी। इस ऑपरेशन के लिए दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट में वकील प्रियंका वोरा ने केंद्र सरकार के विभागों से हवाई उड़ान के लिए कम समय में कागजी कार्रवाई पूरी की।