कब से हुई शुरुआत
प्रो. विजय ने बताया, एम्स से पहले वे जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में पढ़ाया करते थे। शाम को फ्री टाइम मिलने पर नौवीं-दसवीं के छात्रों को नि: शुल्क ट्रेनिंग दिया करते थे। चूंकि वे बॉयोलॉजी के स्टूडेंट रहे हैं, ऐेसे में मैथ्स से उनका दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है।
बुक्स में कई समीकरण
प्रो. विजय ने जो किताब लिखी है उसमें गणित के त्रिकोणमीति से लेकर लॉग और स्क्वेयर समेत तमाम समीकरण से जुड़े फार्मूले हैं, जिन्हें सरल तरीके से समझाया गया है। 100 तक की संख्या का कोई भी पहाड़ा मिनटों में लिखा जा सकता है।
पूरा खेल टेक्निक का है
प्रो. विजय कहते हैं गणित उतना कठिन नहीं है जितना बताया जाता है। कुछ कमियां तो हमारी शिक्षा पद्धति में नजर आती है। मेरे हिसाब से कुछ चीजों को सरल किया जा सकता है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मालूम हो कि प्रो. विजय ने एनोटॉमी पर 7 किताबें लिखी हैं। फ्री टाइम पर बच्चों को नि:शुल्क गणित की क्लास देते हैं।