विभाग के मुताबिक टेक्निकल बीड में सिर्फ दो फर्म ही चयनित हुई हैं। जबकि तीन फर्म का होना अनिवार्य है इसलिए निविदा अब नए सिरे से जारी की जाएगी। रूचि की अभिव्यक्ति के तहत निविदा के लिए कुल 26 फर्म ने आवेदन किया था, लेकिन जिसमें स्क्रूटनी के बाद महज 11 को ही इसमें भाग ले सके।
जिसमें 2 फर्म के आवेदन में आपत्ति दर्ज करते हुए उसे भी निरस्त कर दिया गया और आवेदकों की संख्या 9 हो गई। इन 9 लोगों के आवेदन को खोला गया, जिसमें 2 लोगों ने 50 हजार रूपए की अमानत राशि जमा नहीं करने के एवज में रिजेक्ट हो गए।
बाकी बचे ऐसे आवेदक है सिर्फ 2 महिला समूहों का चयहन हो पाया है, जिनमें पूर्व में संचालन कर रही मोनालिसा महिला समूह और ताथस्तु समूह का चयन हो पाया है। समय निकलने के बाद भी लेते रहे चहेतों के आवेदन
महंत घासीदास संग्रहालय रायपुर में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के खानापान के केन्द्र गढ़कलेवा संचालन हेतु वार्षिक अनुबंध पर ठेका दिए जाने के लिए रूचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) के नाम से 14 सितंबर 2019 को जारी समाचार पत्रों निविदा जारी किया गया था। जिसके तहत इ’छुक फर्म प्रपत्र कार्यालयीन समय में संग्रहालय से 500 रूपए जमा कर आवेदन लिया था। इसमें आवेदन प्राप्त करने की तिथि 7 अक्टूबर शाम 5 बजे तक थी।
आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 11 अक्टूबर समय दोपहर 2 बजे तक था। टेक्नीकल बिट ईओआई खोलने की तिथि 11 अक्टूबर समय अपरान्हत & बजे तक थी। लेकिन कुछ अधिकारियों द्वारा आवेदन लेने की अंतिम तिथि निकल जाने के बाद भी मैनुअल आवेदन देर शाम तक लिया गया। वहीं, टेक्नीकल बिट की तिथि में भी परिवर्तन कर 13 अक्टूबर कर दिया गया था।
वर्जन निविदा के नियमों को ध्यान में रखकर ही आवेदन आमंत्रित किए गए है। जो प्रक्रिया है उसी के आधार पर आवेदन लिए, साथ ही जो व्यक्ति टेंडर की जरूरतों को पूरा करेंगा उसे ही यह टेंडर दिया जाएगा।
अनिल साहू, संचालक, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग रायपुर