वीरेंद्र पटेल द्वारा घर का किराया नहीं देने पर उसका मकान मालिक दो माह से लगातार फोन कर रहा था। वीरेंद्र फोन नहीं उठा रहा था, इसलिए दूसरे किराएदार को लेकर मकान मालिक सेजबहार स्थित अपने घर पहुंचा। घर पर ताला लगा था और अंदर से बदबू आ रही थी। इस पर वह ताला तोड़कर अंदर गया तो युवती का शव पड़ा हुआ था। सूचना पर पुलिस पहुंची तो दो फांसी के फंदे अलग-अलग कमरे में मिले थे। एक फंदा कटा था और दूसरा पूरा लटका हुआ था।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने 6 जनवरी को पबीना द्वारा आत्महत्या करने की बात बताई है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वो 4 माह पहले ही घटना वाले मकान में शिफ्ट हुए थे। पबीना अपने घर से पैसा मंगाती थी। करीब 25 लाख रुपए वह अपने घर वालों से मांग चुकी थी। 6 माह पहले उसके माता पिता रायपुर आए तो उन्हें रिश्ते और पैसों की हकीकत के बारे में पता चला। परिजनों ने उसको साथ चलने के लिए कहा तो वो नहीं मानी। पबीना की मनमानी पर परिजनों ने पैसा देने बंद कर दिया तो आर्थिक तंगी की वजह से दोनों का विवाद होने लगा। घर चलाने के लिए कर्जा लिया तो 6 जनवरी को दोबारा झगड़ा हुआ। झगड़ा होने पर वो घर से बाहर चला गया और रात 11 बजे घर लौटा तो पबीना का शव कमरे में लटका हुआ था।
पबीना का शव फंदे में लटका देखकर घर पहुंचे वीरेंद्र ने चाकू से रस्सी काटकर उसका शव नीेचे उतारा और फंदा निकालकर दूसरे कमरे में छिपा दिया। अपने आप को बचाने के लिए दूसरे कमरे के पंखे में गमछा बांधकर खुदकुशी करने की कोशिश को स्वरूप दिया, और फिर बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया। बीच-बीच मे दो-तीन बार वह कालोनी आकर दोस्त और गवाहों से पवीना के बारे में जानकारी लेकर चला जाता था। सेजबहार थाना इंस्पेक्टर आरके पांडेय ने बताया कि युवती के पाटर्नर को आत्महत्या के लिए उकसाने और साक्ष्य छिपाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पैसों के लिए युवती पर दबाव बनाया और युवती द्वारा आत्महत्या करने पर शव छिपाकर फरार हो गया था। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।