छात्राओं की समस्या बढ़ी
शुचिता योजना के तहत जिले के सभी 604 माध्यमिक, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल में सेनेटरी नैपकिन की वेंडर मशीन लगाया जाना है, जिसमें से अब तक करीब 2 सौ स्कूलों की छात्राओं को ही इसका लाभ मिल रहा है। वेंडर मशीन की सुविधा नहीं होने से शेष स्कूलों में छात्राओं की समस्या भी बढ़ गई है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की मानें तो सेनेटरी नेपकिन दुकानों में काफी महंगा है, लेकिन स्कूलों में उपलब्ध नेपकिन बहुत सस्ता है और इसकी क्वालिटी भी अच्छी है। मशीन में २ का सिक्का डालने से नेपकिन उपलब्ध हो जाता है।
हरीकिर्तन राठौर, अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग इसलिए है जरूरी
शिक्षिकाओं की माने तो स्कूल में पढ़ाई के दौरान पीरियड्स आ जाने से छात्राएं मुश्किल में पड़ जाती है। ऐसी स्थिति में उन्हें मजबूरी में छुट्टी लेकर घर जाना पड़ता है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। इसलिए शत-प्रतिशत स्कूलों में छात्राओं के लिए अलग से कामन रूम बनाकर वेंडर मशीन लगाना अनिवार्य हो गया है, जिस पर संबंधित अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए।