एक हजार साल तक मजबूत रहे राम मंदिर की बुनियाद, देश की 4 एनआईटी तैयार कर रही हैं नींव स्ट्रक्चर मुख्यमंत्री ने विधानसभा परिसर स्थित अपने कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा गोधन न्याय योजना के अंतर्गत अब तक गोपालकों को 64 करोड़ 20 लाख रुपए की राशि दी जा चुकी है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में परिवर्तन आ रहा है। रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं और किसान जैविक खेती की ओर बढ़ रहे हैं।
गोधन न्याय योजना (Godhan Nyay Yojana) में गोबर खरीदी के साथ-साथ हजारों ग्रामीण महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, जैविक खेती में उत्पादित होने वाले अनाज और फलों की कीमत डेढ़ से दोगुनी बढ़ जाती है। इससे किसानों की आय में भी अच्छी खासी वृद्धि होगी। इस अवसर पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे और कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता उपस्थित थीं।
300 कोरोना मरीजों का दिमाग पढ़ेंगे डॉक्टर, बताएंगे वायरस ने कितना पहुंचाया है नुकसान 32 लाख क्विंटल से अधिक की गोबर खरीदी
अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश में 7 हजार 824 गोठान स्वीकृत किए गए हैं। जिनमें से 4 हजार 704 गोठान पूरे हो गए हैं। इनमें से 4 हजार 173 गोठान सक्रिय हैं। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत अब तक 32 लाख 10 हजार क्विंटल गोबर की खरीदी की जा चुकी है। गोबर से गोठानों में तैयार की गई 8 हजार 50 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट की अब तक बिक्री की जा चुकी है। गोठानों में किसानों ने लगभग 5 करोड़ रुपए मूल्य का पैरा दान किया है।