छत्तीसगढ़ के तेंदूपत्ते की गुणवत्ता देश में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। इसलिए सरकार इस कार्य को गंभीरता से कराती रही है। लॉकडाउन समाप्त होने और अनलॉक की शुरुआत होने के साथ ही संग्रहण कार्य में और तेजी आ गई है। शासन ने सभी तेंदूपत्ता श्रमिकों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिन अंदरुनी क्षेत्रों में बैंकों के माध्यम से राशि के अंतरण में असुविधा हो रही हो, वहां श्रमिकों को नकद भुगतान करने को कहा गया है।
सुकमा- 41 हजार 83 मानक बोरा
दंतेवाड़ा- 3 हजार 611 मानक बोरा
जगदलपुर-11 हजार 819 मानक बोरा
दक्षिण कोंडागांव- 11 हजार 485 मानक बोरा
केशकाल- 16 हजार 654 मानक बोरा
नारायणपुर – 12 हजार 664 मानक बोरा
पूर्व भानुप्रतापपुर – 82 हजार 126 मानक बोरा
पश्चिम भानुप्रतापपुर- 67 हजार 743 मानक बोरा
कांकेर- 28 हजार 643 मानक बोरा
राजनांदगांव- 59 हजार 590 मानक बोरा
खैरागढ़- 28 हजार 409 मानक बोरा
कवर्धा-20 हजार 292 मानक बोरा
धमतरी- 19 हजार 13 मानक बोरा
गरियाबंद- 58 हजार 428 मानक बोरा
महासमुंद- 51 हजार 856 मानक बोरा
बलौदाबाजार – 13 हजार 641 मानक बोरा
जिला यूनियन बिलासपुर-14 हजार 20 मानक बोरा
मरवाही- 11 हजार 526 मानक बोरा
जांजगीर-चांपा- 3 हजार 445 मानक बोरा
रायगढ़- 26 हजार 986 मानक बोरा
धरमजयगढ़- 54 हजार 284 मानक बोरा
कोरबा- 33 हजार 459 मानक बोरा
कटघोरा- 36 हजार 424 मानक बोरा
जशपुरनगर-15 हजार 350 मानक बोरा
मनेन्द्रगढ़- 25 हजार 324 मानक बोरा
कोरिया- 21 हजार 145 मानक बोरा
सरगुजा- 19 हजार 79 मानक बोरा
बलरामपुर- 49 हजार 892 मानक बोरा
सूरजपुर – 36 हजार 395 मानक बोरा