स्पेशल जेडी पैसेंजर का परिचालन शुरू होने से छत्तीसगढ़ के साथ महाराष्ट्र और ओडिशा के ग्रामीण क्षेत्र के उन यात्रियों को बड़ा लाभ मिलेगा जो फिलहाल रेल यात्रा की सुविधा से वंचित हैं। जरूरी होने पर ऐसे यात्री स्पेशल एक्सप्रेस में ज्यादा किराया देकर यात्रा कर रहे हैं या फिर सड़क मार्ग का सहारा ले रहे हैं।छोटे स्टेशनों को लाभदोपहर में चलने वाली गोंदिया-झारसुगुडा जेडी पैसेंजर के फिर से परिचालन चालू होने के बाद अब रायपुर या बिलासपुर के लिए दोपहर में भी आना-जाना किया जा सकेगा। छोटे स्टेशनों के ऐसे यात्रियों को इसका सबसे ज्यादा लाभ होगा, जो फिलहाल इस समय यात्रा से दूर हैं या फिर सुबह या शाम चल रही लोकल में मजबूरी में यात्रा कर रहे हैं।[typography_font:18pt;” >भाटापारा. एक साल से बंद गोंदिया-झारसुगुडा जेडी आज से पटरी पर लौट रही है। स्पेशल पैसेंजर के दर्जे के साथ पुन: परिचालन में आ रही इस ट्रेन में सामान्य नहीं, मेमू रेक लगाई गई है। जेडी के फिर से परिचालन के बाद अब दोपहर में रायपुर और बिलासपुर जाने के लिए रेल सेवा की सुविधा का लाभ फिर से उठाया जा सकेगा। जेडी, ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों के बीच बेहद लोकप्रिय सवारी गाड़ी। कोरोना संक्रमण की शुरुआत में अन्य ट्रेनों की ही तरह इसे भी परिचालन से बाहर कर दिया गया था। धीरे-धीरे फिर से रेल यात्रा की सुविधा की बहाली के फैसले के बाद जारी सूची में अब गोंदिया से झारसुगुडा के बीच चलने वाली जेडी का नाम रेलवे ने शामिल कर लिया है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की फटकार के बाद यह ट्रेन फिर से पटरी पर आज से लौट रही है।आज गोंदिया, कल झारसुगुडा सेकोरोना काल में पटरी पर लौट रही जेडी का पहला फेरा आज गोंदिया से चालू हो रहा है। यह कल झारसुगुडा से वापसी की जेडी बन कर लौटेगी। याने दोनों ओर से फेरों का सामान्य परिचालन 11 अप्रैल से हो सकेगा। पहली बार कुछ जरूरी बदलाव के साथ लौट रही जेडी सामान्य नहीं, मेमू रेक में चलती हुई दिखाई देगी। यात्रा के दौरान कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन अनिवार्य होगा।