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गुड न्यूज : इस बार फसलों की बुआई अच्छी हो सकती है…

locationरायपुरPublished: Apr 04, 2018 07:41:28 pm

Submitted by:

Anupam Rajvaidya

स्काइमेट के अनुसार अच्छी बारिश होगी। ज्योतिषियों के मुताबिक सूर्य और शनि के प्रभाव से पैदावार कम हो सकती है।

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अनुपम राजीव राजवैद्य / रायपुर . सूखे की मार झेलने वाले छत्तीसगढ़ के लिए अच्छी खबर यह है कि इस साल मानसून सामान्य रहेगा। पिछले साल छत्तीसगढ़ में 90 तहसील सूखा प्रभावित रहीं। इस वजह से किसानों की माली हालत खराब रही। प्रदेश में किसानों के आत्महत्या करने की खबरें भी आईं। लेकिन इस साल उम्मीद की जा रही है कि मानसून में अच्छी बारिश होने से खरीफ फसलों की बुआई अच्छी रहेगी। उधर, ज्योतिषियों के मुताबिक इस साल ज्यादा गर्मी पड़ेगी और बारिश कम होगी। इन वजहों से उत्पादन में कमी आने की आशंका है।

स्काइमेट ने 4 अप्रैल को पूर्वानुमान जारी किया और कहा कि 2018 में मानूसन सामान्य रह सकता है। स्काइमेट के अनुसार इस साल सूखा पडऩे की संभावना शून्य फीसदी है। मानसून पूवार्नुमान के अनुसार जून से सितम्बर की चार माह की दीर्घावधि औसत 887 मिलीमीटर के मुकाबले इस साल 100 फीसदी बारिश होने का अनुमान है।

ला नीना से अत्यधिक बारिश की संभावना नहीं
स्काइमेट के सीईओ जतिन सिंह के अनुसार ला नीना और प्रशांत क्षेत्र में धीरे-धीरे गर्मी बढऩे से अत्यधिक बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि नीनो इंडेक्स और तटस्थ आईओडी (इंडियन ओशन डायपोल) से मानूसन पर किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव पडऩे की संभावना नहीं है। इस प्रकार मानसून सामान्य रहेगा।

सूखे की संभावना शून्य फीसदी
स्काइमेट द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक जून, जुलाई, अगस्त और सितम्बर में कुल मानसून बारिश सामान्य रहने की संभावना है। मानसून सीजन में 90 फीसदी से कम बारिश होने पर सूखा घोषित किया जाता है। आगामी मानसून सीजन के पूर्वानुमान के मुताबिक इस बार सूखे की संभावना शून्य फीसदी है।

जून में हो सकती है 111 फीसदी बारिश
स्काइमेट के मुताबिक भारत में जून माह में औसतन 164 मिमी बरसात होती है। इस दीर्घावधि औसत के मुकाबले जून माह में इस बार 111 फीसदी बारिश हो सकती है। वहीं जुलाई में सामान्य बारिश की संभावना 55 फीसदी है। अगस्त में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना 10 फीसदी तो सितम्बर में सामान्य बारिश होने की संभावना 60 फीसदी है।

राजा सूर्य और प्रधानमंत्री शनि का रहेगा असर
ज्योतिषियों की गणना के मुताबिक इस बार देश में अत्यधिक गर्मी पडऩे की आशंका है। 18 मार्च से शुरू हुए हिंदू नवसंवत्सर 2075 का राजा सूर्य और प्रधानमंत्री शनि है। ज्योतिषियों का मानना है कि चूंकि नववर्ष के राजा सूर्य हैं तो उनके प्रभाव से इस साल वर्षा कम होगी। वहीं, प्रधानमंत्री शनि के प्रभाव से बहुत तेज गर्मी पड़ेगी। इन दोनों का असर यह हो सकता है कि इस साल भी पैदावार कम होने की आशंका है।

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