खासकर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, बस्तर, बलौदाबाजार में बेड बढ़ाने के साथ-साथ सैंपलिंग और टेस्टिंग भी बढ़ाने को कहा गया है। बिलासपुर, राजनांदगांव और अंबिकापुर में आरटी-पीसीआर, ट्रूनेट और रैपिड एंटीजन किट से भी जांच की जा रही है।
आंकड़ों के मुताबिक 31 जुलाई तक 3 लाख 16 हजार 501 सैंपलों की जांच की जा चुकी है। आरटीपीसीआर से शासकीय मेडिकल कॉलेजों में २ लाख 58 हजार 841 और निजी लैबों के माध्यम से 1241 सैंपलों की जांच की गई है। शासकीय ट्रूनेट लैबों में 25 हजार 148 और निजी क्षेत्र के ट्रूनेट लैबों में 1905 सैंपलों की जांच हुई है। रैपिड एंटीजन किट से 29 हजार 366 सैंपल जांचे गए हैं।
कोविड हॉस्पिटल में 3384 बेड-
कोरोना मरीजों के लिए 29 विशेषीकृत कोविड अस्पतालों में 3,384 मरीजों के इलाज की व्यवस्था है। गंभीर मरीजों के लिए यहां 479 वेंटिलेटर्स के साथ 445 आईसीयू और 296 एचडीयू बिस्तर अलग से हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित 166 क्वारंटाइन सेंटर में 4301 अलग से हैं।