कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि वे कोरोना संक्रमित बीपीएल परिवार के पीडि़त मरीजों को नि:शुल्क ऑक्सीमीटर उपलब्ध करवाएं। इनकी खरीदी सीजीएमएससी के टेंडर रेट से अधिक न हो और खरीदी के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष की राशि का इस्तेमाल किया जाए। पीडि़त मरीज ठीक होने के बाद मीटर को वापस लौटाएंगे। एपीएल मरीज स्वयं के व्यय से खरीदी करेंगे। एक ऑक्सीमीटर की कीमत 600 से हजार रुपए के बीच होती है। गौरतलब है कि लगातार बढ़ती मरीजों की संख्या के चलते प्रदेश के कोविड-19 हॉस्पिटलों में बेड कम पड़ रहे हैं। बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आईसोलेशन में रखा जा रहा है।
ऑक्सीजन लेवल 94 से नीचे नहीं जाना चाहिए-
डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल के टीबी एंड टेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. आरके पंडा ने बताया कि शरीर में सामान्य मरीज का ऑक्सीजन लेवल 95 से ऊपर होना चाहिए। अगर, यह 94 या उससे नीचे गिरता है तो खतरा है। कोरोना मरीजों में यह 90 तक पहुंच जाता है। ऐसी स्थिति में वेंटीलेटर या ऑक्सीजन थैरेपी की आवश्यकता पड़ती है।