उनके अलावा 3 सुरक्षाकर्मी भी संक्रमित मिले हैं। वहीं दो आईएएस अधिकारी भी संक्रमित पाए गए हैं। इनमें कोरबा जिला पंचायत सीईओ (आईएएस) कुंदन कुमार अधिकारी भी पॉजिटिव पाए गए हैं, जिन्हें कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। वे संक्रमित होने वाले पहले आईएएस अफसर हैं। रायपुर में पदस्थ आईएएस अफसर नीलेश क्षीर सागर भी पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे पहले दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संक्रमित मिल चुके हैं।
छत्तीसगढ़ में रविवार को 6 और लोगों की मौत की स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की। जिसके बाद मृतकों की संख्या ९६ जा पहुंची है। जो सबसे बड़ी चिंता का कारण है। उधर, राजधानी रायपुर में संक्रमित मरीजों की संख्या 4 हजार का आंकड़ा पार करते हुए 4088 जा पहुंची है, जो सभी जिलों में सर्वाधिक है। बाकी 27 जिलों में से किसी में भी हजार मरीज नहीं मिले हैं।
मृतकों में- जेएसपीएल रायगढ़ निवासी ४२ वर्षीय पुरुष, छोटा पारा चिरमिरी जिला कोरिया निवासी ४६ वर्षीय महिला, रायपुर में गुरुनानक चौक निवासी ४७ वर्षीय महिला, बिलासपुर निवासी ६० वर्षीय महिला, सेक्टर ४ दुर्ग निवासी ६८ वर्षीय पुरुष व जांजगीर निवासी ७० वर्षीय महिला की मौत।
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मृतक जिस जिले का, अंतिम संस्कार उसी जिले में
शनिवार रात 9 बजे जांजगीर चांपा निवासी एक महिला की कोरोना से रायपुर के एम्स में मौत हो गई। पूर्व के सर्कुलर के मुताबिक मृतक का दाह संस्कार रायपुर के देवेंद्र नगर मुक्तिधाम में होगा। मगर, रायपुर में लगातार शव की संख्या बढऩे की वजह से शुक्रवार को नया सर्कुलर जारी कर दिया गया है। ‘पत्रिकाÓ से बातचीत में रायपुर में दाह संस्कार के लिए नियुक्त तहसीलदार राकेश देवागंन ने बताया कि मृतक जिस जिले का है दाह संस्कार उसी जिले में, वहां के स्थानीय प्रशासन द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेरी जांजगीर चांपा के तहसीलदार से बात हुई है, वे सोमवार शव को लेने पहुंचेंगे।
रायपुर के आउटर में दाह संस्कार के लिए जगह चिन्हित
शहर के बीच में कोरोना मरीजों के दाह संस्कार को लेकर सुरक्षात्मक व व्यवहारिक दिक्कतों के चलते संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने नगर निगम के अफसरों के साथ आउटर में खाली पड़ी जमीन का निरीक्षण किया। जगह चिन्हित की गई। जहां ससम्मान मृतकों का दाह संस्कार हो सकेगा। अभी देवेंद्र नगर मुक्तिधाम में इलेक्ट्रानिक चैंबर में दाह संस्कार किया जा रहा है।
अंबिकापुर में महिला डॉक्टर ने लगाई फांसी
शहर के नमनाकला निवासी डॉ. खुशबू सिंह (38) ने शनिवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। डॉ. खुशबू अपने मायके अंबिकापुर में 5 वर्षीय बेटे रुद्राक्ष व परिजनों के साथ रहती थीं। वह बलरामपुर जिले के बरियो अस्पताल में पदस्थ थीं। 8 अगस्त शनिवार को वह ड्यूटी पर नहीं गई। शनिवार रात उन्होंने आत्महत्या कर ली। रात करीब 2 बजे बेटे नानी को सूचना दी। परिजनों ने डॉक्टर को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉ. खुशबू की शादी वर्ष 2013 में उत्तर प्रदेश निवासी इंजीनियर पुनीत सिंह से हुई थी। जो दिल्ली में रहता है।