इसके बावजूद प्रशासन द्वारा शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक व्यापमं द्वारा भर्ती प्रक्रिया जारी है, जिसमें कुछ माह और लगेंगे। वहीं, शिक्षकों की ट्रेनिंग के लिए पीएबी (प्रोजेक्ट एप्रूवल बोर्ड) की बैठक में एमएचआरडी (केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय) द्वारा प्रत्येक स्कूल में ३-३ लाख रुपए खर्च कर व्यवस्था बनाने की मौखिक अनुमति दे दी गई है, जबकि प्रदेश के अधिकारी विभागीय अनुमति का इंतजार कर रहे हैं। इसके आदेश जारी होने के बाद प्रदेश में संचालित सभी ३०५ स्कूलों (१५२ प्रायमरी और १५३ मिडिल) में ९ करोड़ १५ लाख रुपए खर्च कर शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के साथ बच्चों की समझ विकसित करने के लिए विभिन्न प्रकार के किट बांटे जाएंगे।
फैक्ट-फाइल
– प्रायमरी स्कूलों की संख्या – १५२ – मिडिल स्कूलों की संख्या -१५३
– संभावित कुल बच्चे – १५ हजार – कुल शिक्षकों की संख्या – ६१०
– प्रति स्कूल खर्च – ३ लाख रुपए
– प्रायमरी स्कूलों की संख्या – १५२ – मिडिल स्कूलों की संख्या -१५३
– संभावित कुल बच्चे – १५ हजार – कुल शिक्षकों की संख्या – ६१०
– प्रति स्कूल खर्च – ३ लाख रुपए
आउटसोर्सिंग से मिलेगी निजात
समग्र शिक्षा विभाग की सहायक संचालक डॉ. दीपा दास ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत इंग्लिश के क्षेत्र में कार्य करने वाले बड़े संस्थानों की सहायता से शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए अप्रूवल का इंतजार है, आते ही व्यवस्था बना ली जाएगी। इससे बीते वर्ष की तरह राजधानी के १३ स्कूलों के लिए आउटसोर्सिंग जैसी व्यवस्था बनाने से निजात मिलेगी और एक वर्ष के प्रशिक्षण के बाद शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता के साथ आउटसोर्सिंग से भी निजात मिल जाएगी।
समग्र शिक्षा विभाग की सहायक संचालक डॉ. दीपा दास ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत इंग्लिश के क्षेत्र में कार्य करने वाले बड़े संस्थानों की सहायता से शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए अप्रूवल का इंतजार है, आते ही व्यवस्था बना ली जाएगी। इससे बीते वर्ष की तरह राजधानी के १३ स्कूलों के लिए आउटसोर्सिंग जैसी व्यवस्था बनाने से निजात मिलेगी और एक वर्ष के प्रशिक्षण के बाद शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता के साथ आउटसोर्सिंग से भी निजात मिल जाएगी।
केंद्र से मिला है अप्रूवल
अभी जितने शिक्षक बीते वर्ष कक्षाएं ले रहे थे, उन्हीं से ही अध्यापन कार्य संचालित किया जाएगा। व्यापमं द्वारा भी शिक्षकों की भर्ती की जानी है। साथ ही केंद्र से प्रशिक्षण के लिए भी पीएबी में अनुमोदन मिला है, आधिकारिक आदेश आते ही कार्य शुरू हो जाएगा।
अभी जितने शिक्षक बीते वर्ष कक्षाएं ले रहे थे, उन्हीं से ही अध्यापन कार्य संचालित किया जाएगा। व्यापमं द्वारा भी शिक्षकों की भर्ती की जानी है। साथ ही केंद्र से प्रशिक्षण के लिए भी पीएबी में अनुमोदन मिला है, आधिकारिक आदेश आते ही कार्य शुरू हो जाएगा।
डॉ. दीपा दास, सहायक संचालक, एसएसए