जांच के दौरान पता चला कि 3-4 माह पूर्व मृतका की नतनिन के साथ संदेही जगमोहन श्रीवास प्रेम संबंध की बात पर झगड़ा, विवाद-मारपीट के संबंध में जानकारी मिली। जिसके आधार पर पुलिस की टीम द्वारा संदेही जगमोहन श्रीवास को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करना प्रारंभ किया गया। जिस पर संदेही द्वारा पहले गोल-मोल जवाब दिया। जिसे सख्ती एवं बारिकी से पूछताछ करने पर टूट गया और अपराध करना स्वीकार किया। यह सम्पूर्ण कार्यवाही एसपी भोजराम पटेल निर्देशन में थाना प्रभारी सरायपाली आशीष वासनिक, साइबर सेल प्रभारी संजय सिंह राजपूत, अनिल पालेश्वर, प्रकाश नंद आदि के द्वारा की गई।
घटना की जानकारी किसी को पता न चले, इसलिए आरोपियों ने मृतक ने घर के बाहर दरवाजा में ताला लगाकर चाबी को वापस घर के भीतर फेंक दी। नकदी रकम को आपस में बंटवारा कर लिया। बटवारा में मिले 4000 रुपए व मृतक के मोबाइल को अपने घर में छिपाकर रखना बताया। इसी तरह आरोपी लव कुमार रतनाकर को भी पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई तो अपराध करना स्वीकार किया और बटवारे में मिले नकदी 4000 रुपए को घर में छुपाकर रखना स्वीकार किया। आरोपियों के कब्जे से नकदी रकम 8000 रुपए, एक मोबाइल और घटना में प्रयुक्त बाइक क्रमांक सीजी 06 जीआर 3526 जब्त कर आरोपी जगमोहन पिता लेसराम श्रीवास (19) संतपाली और लव कुमार उर्फ बल्लू पिता सातराम रत्नाकर (25) सुखापाली सरायपाली के विरूध्द अपराध 302, 201, 34 के तहत् कार्यवाही गई।
सख्ती बरतने से टूट गया आरोपी
मुख्य आरोपी जगमोहन श्रीवास ने पुलिस को बताया कि मृतक के नतनिन के साथ प्रेम संबंध था। जिसे बुजुर्ग मृतक व मृतका दोनों के प्रेम संबंध की बात को लेकर उसके घर आकर झगड़ा व गाली-गलौज की थी। जिससे क्षुब्ध होकर बुजुर्ग दंपती से ईष्या रखकर दोनों को अपने रास्ते से हटाने की प्लानिंग की। 19-20 जुलाई की रात को वह अपने साथी लव कुमार के साथ पहुंचा। दोनों बुजुर्ग दंपती के घर जाकर अंदर से बंद दरवाजा का कुंडी खोलकर अंदर गए। बुजुर्ग पति-पत्नी अलग-अलग खाट में सोए थे। जगमोहन ने सादबती का और लव कुमार ने कलप राम भोई का गला दबाकर हत्या कर दी। घर में रखे 8 हजार रुपए रकम व एक मोबाइल भी चोरी कर ले गए।