
Ravan Dahan 2024: रायपुर के टिकरापारा स्थित छत्तीसगढ़ नगर दशहरा मैदान में विजयदशमी पर भव्य रावण दहन का आयोजन किया जाएगा। छत्तीसगढ़ नगर दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष देवेंद्र यादव की अध्यक्षता में होटल प्रकाश पैलेस में बैठक आयोजित की गई, जिसमें कार्यक्रम की तैयारियों पर चर्चा की गई। सभी नागरिकों और समिति सदस्यों से सुझाव लिए गए ताकि आयोजन को और भव्य बनाया जा सके।
अध्यक्ष यादव ने बताया कि इस बार का आयोजन पिछले 16 वर्षों की भांति विशेष और आकर्षक होगा, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शकों के पहुंचने की उम्मीद है। इस बार रावण का पुतला 45 फीट ऊंचा होगा, जबकि कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले 30 फीट के होंगे। रावण दहन से पहले शाम 5 बजे से ग्राम सोनपैरी की पुष्पांजलि मानस मंडली द्वारा रामलीला का मंचन किया जाएगा।
रावण दहन के बाद कोलकाता के कलाकार जय तारा स्पेशल इफेक्ट्स द्वारा इलेक्ट्रॉनिक आतिशबाजी की जाएगी, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देगी। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध सांस्कृतिक कार्यक्रम "रंग झरोखा" का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
छत्तीसगढ़ के छुईखदान में स्थानीय कुंभकारों द्वारा निर्मित मिट्टी के रावण का पुतला बनाया जाता है। रावण का पुतला बनाने का स्थल आज तक अपरिवर्तित है। ग्राम नवागांव मार्ग पर रावण का पुतला बनाने का कार्य दशहरा पर्व के पूर्व से ही आरंभ हो गया है। मिट्टी के पुतले का वृहद स्वरूप दशहरा के दिन ही पूर्ण कर लिया जाता है तथा पुतले के संहार तक उसकी सुरक्षा की जाती है। यह परंपरा ढाई सौ वर्षों से चली आ रही है। रावण दहन के पहले मंत्रोच्चार के साथ भगवान राम की पूजा अर्चना के बाद रियासत के राजा प्रमुख द्वारा मिट्टी से बने विशालकाय रावण के पुतले का शिरोछेदन किया जाता है।
शास्त्र के अनुसार भगवान श्रीराम ने रावण को जलाया नहीं था बल्कि उसके नाभि में स्थित अमृत कुंभ को निशाना बनाकर रावण वध किया था। उसी शास्त्रोक्त परंपरा के अनुसार छुईखदान रियासत के प्रमुख भगवान श्रीराम के प्रतिनिधि के रुप में मिट्टी के रावण का शिरो छेदन करते हैं और रावण की मिट्टी अपनी तलवार की नोंक से निकालकर उसे अमृत मान कर अपने पास सुरक्षित रख लेते हैं।
शहर में 10 से अधिक जगहों पर रावण दहन का आयोजन किया जाता है। शंकर नगर, बीटीआइ मैदान, सप्रे शाला मैदान, बोरियाखुर्द, बिरगांव, कटोरातालाब, चौबे कालोनी, सुंदर नगर, आमापारा, लाखेनगर समेत अनेक जगहों पर दशहरा पर्व मनाया जाता है।
रायपुर के WRS कॉलोनी मैदान में भी हर साल की तरह इस साल भी रावण दहन की तैयारी जोरों-शोर से चल रही है। प्रदेश में सबसे ज्यादा ऊंचाई की प्रतिमा का दहन यहां होता है। हर साल दशहरे पर बड़ा आयोजन होता है। 20 से 25 हजार लोग यहां जुटते हैं। आयोजन को लेकर तैयारी आखिरी दौर पर है।सार्वजनिक दशहरा उत्सव समित और नेशनल क्लब की संयुक्त टीम इसका आयोजन को करती है।
WRS कॉलोनी में 53 सालों से यहां भव्य दशहरा कार्यक्रम होता रहा है। कार्यक्रम में सुरक्षा के लिहाज से यह सारे बंदोबस्त किए जाते हैं। रेलवे ट्रैक करीब होने की वजह से उसे बैरिकेड किया जा रहा है। फायर सेफ्टी और पुलिस टीमों का भी इंतजाम हैं।
Updated on:
04 Oct 2024 06:32 pm
Published on:
04 Oct 2024 06:31 pm
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