बताया जाता है कि दिसम्बर 2018 तक 130 करोड़ 67 लाख रूपए टैक्स वसूली हो चुकी है। यह पिछले 2017- 18 वित्तीय वर्ष से 43 करोड़ 62 लाख रुपए अधिक है। जीएसटी इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय वर्ष के दौरान प्रदेशभर में कुल 13 कारोबारियों और फर्म में छापेमारी की गई थी। इस दौरान करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई। उनके ठिकानों पर मिले दस्तावेजों को जब्त कर जांच की जा रही है।