बताया जा रहा है कि इस होटल में फिलहाल किराए पर नीलम ग्रुप के संजय संस्थापक संचालित कर रहे हैं। उनके द्वारा अगस्त 2018 से होटल का टैक्स जमा नहीं किया जा रहा था। इसकी पुख्ता जानकारी एकत्रित करने के बाद 9 सदस्यीय टीम ने दबिश दी। चार वर्ष पहले आयकर विभाग की टीम द्वारा दबिश दी गई थी। इस दौरान लाखों रुपए के टैक्स की वसूली की गई थी। GST के संयुक्त निदेशक नेम सिंह के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है।
वर्ष की पहली कार्रवाई जीएसटी इंटेलिजेंस द्वारा वित्तिय वर्ष 2019-20 में पहली कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि जांच के दौरान टैक्स चोरी से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। इसमें होटल को किराए पर लेने वाले पूर्व किराएदार और कैटरिंग संचालक का नाम होने की जानकारी मिली है। वहीं होटल मालिक द्वारा किए गए एग्रीमेंट में भी जानबुझकर किराए की राशि कम दर्शाने का मामला भी है, जिसमें होटल संचालक से पुछताछ कर बयान लिया जा रहा है।