उल्लेखनीय है कि देवी की आराधना पर्व नवरात्रि को हिंदू धर्म में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। साधना व श्रद्धा के साथ इस पर्व पर देवी की आराधना में श्रद्धालुगण तल्लीन रहते हैं। नगर में कई देवी मंदिर हैं, जिनमें प्रसिद्ध महामाया मंदिर में ज्योति कलश की तैयारी चल रही है, लेकिन अब तक शासन की गाइडलाइन नहीं आने के कारण ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। इनके अलावा शीतला मंदिर, चंडी मंदिर, सत्ती मंदिर, कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर में स्थित दुर्गा मंदिर, घटोरिया मंदिर के अलावा घरों में भी ज्योति कलश प्रचलित कर जंवारा बोई जाती है। जिले के प्रसिद्ध जतमई घटारानी देवी स्थल, टेंगनही माता, रानी माई, रमई पाठ, गरजई माता, कुलेश्वरी दाई आदि पहाड़ पर्वत में देवी मां विराजमान हैं। जहां ज्योति कलश प्रचलित होंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए कम संख्या में ज्यो जलाई जाएगी। घट स्थापना व ज्योति कलश प्रज्वलित 13 अप्रैल मंगलवार, पंचमी 17 अप्रैल शनिवार, अष्टमी के साथ हवन पूजन 20 अप्रैल मंगलवार व जंवारा विसर्जन 21 अप्रैल बुधवार को संपन्न होगा।