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भाजपा नेताओं को बाहर मौका नहीं, इधर आधी सरकार बिहार, एमपी और मरवाही में

locationरायपुरPublished: Oct 24, 2020 06:49:41 pm

विधानसभा चुनाव में मिली हार का असर: भाजपा से सिर्फ सरोज को बिहार की जिम्मेदारी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तीनों जगह संभाल रहे हैं मोर्चा, मंत्रियों को भी मिली मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी

भाजपा नेताओं को बाहर मौका नहीं, इधर आधी सरकार बिहार, एमपी और मरवाही में

भाजपा नेताओं को बाहर मौका नहीं, इधर आधी सरकार बिहार, एमपी और मरवाही में

रायपुर. कोरोना संक्रमण के बीच छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में उप चुनाव और बिहार में आम चुनाव की गूंज सुनाई दे रही है। तीनों स्थानों पर जीत हासिल करने के लिए दोनों पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश के लिहाज से चुनाव प्रचार की रणनीति को देखे तो कांग्रेस आगे दिखाई दे रही है। कांग्रेस की आधी सरकार बिहार, मध्यप्रदेश और मरवाही के चुनाव प्रचार में जुटी है। जबकि २०१८ के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा नेताओं को प्रचार के लिए अन्य राज्यों में नहीं भेजा गया है। उनका दायरा मरवाही उप चुनाव तक सिमट गया है।
चुनाव के लिए कांग्रेस-भाजपा ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। भाजपा से सिर्फ राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय को बिहार चुनाव की जिम्मेदारी मिली है। वहीं पार्टी के स्टार प्रचारक रहे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को मरवाही उप चुनाव के अलावा कहीं मौका नहीं मिल रहा है। जबकि कांग्रेस में परिस्थितियां बदली हुई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मरवाही के अलावा मध्यप्रदेश और बिहार में जाकर चुनाव प्रचार में लगे हैं। उनके अलावा मंत्री अमरजीत भगत और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय को मध्यप्रदेश के चुनाव की जिम्मेदारी मिली है। वहीं पूर्व मंत्री व विधायक सत्यनारायण शर्मा और कांग्रेस नेता राजेन्द्र तिवारी को मध्यप्रदेश के मुरैना उप चुनाव की तैयारियों के लिए जा रहे हैं। इसके साथ ही रायपुर महापौर एजाज ढेबर बिहार में और सभापति प्रमोद दुबे भी मध्यप्रदेश में डेरा डाले हुए हैं। ठीक इसके विपरीत भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को अन्य चुनाव की जिम्मेदारी नहीं दी है।
मरवाही में 50 से ज्यादा विधायक जमे

मरवाही उप चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। यहां से कांग्रेस ने डॉ. केके ध्रुव को उम्मीदवार बनाया है। वहीं अब 8 मंत्री समेत 50 से अधिक विधायकों और सांसदों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके लिए मरवाही सीट कांग्रेस ने 4 भागों में बांट दिया है। जिसका पदभार एक-एक मंत्री संभाल रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने वहीं डेरा डाला हुआ है। अंतिम दिनों में यहां मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की सभाएं संभावित है।
भाजपा ने संगठन के पदाधिकारियों को लगाया

मरवाही उप चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने अपनी संगठन की ताकत लगा दी है। यहां आदिवासी नेताओं को ज्यादा महत्व दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के साथ चुनाव प्रभारी अमर अग्रवाल और वरिष्ठ विधायक शिवरतन शर्मा ने डेरा डाला हुआ है। यहां संगठन के हिसाब से बूथ स्तर पर फोकस कर कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जा रहा है। चुनाव मैदान से जोगी परिवार के बाहर होने के बाद अब सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच हैं।
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