बल्बों की चोरी के बावजूद नगर निगम ने अब तक एफआइआर दर्ज नहीं कराई है। बताया जाता है एक-एक हैलोजन बल्ब की कीमत 35-35 हजार रुपए है। इस तरह देखा जाए तो 70 बल्ब के हिसाब से करीब 24 लाख रुपए के बल्ब की चोरी हुई है। इसकी जानकारी निगम के अग्निशमन और विद्युत विभाग अध्यक्ष जसबीर ढिल्लन को मिली तो उन्होंने संबंधित इंजीनियरों से भी पूछताछ की, लेकिन किसी ने ठोस जवाब नहीं दिया है।
ढिल्लन ने जब अपने स्तर पर पड़ताल की तो पता चला कि मोवा ब्रिज पर लगे बिजली खंभों पर 70 हैलोजन बल्ब लगे थे। इन सभी को एलइडी लगाने के दौरान निगम के इंजीनियरों ने निकालकर स्टोर रूम में रखकर ताला लगा दिया गया था। कुछ दिन बाद स्टोर का ताला तोडकऱ किसी ने कीमती बल्ब को चुरा लिया।
नगर निगम के विद्युत एवं अग्निशमन विभाग के अध्यक्ष जसबीर ढिल्लन ने बताया कि मोवा ओवरब्रिज में लगे बिजली खंभों में करीब 35-35 हजार रुपए का एक हैलोजन बल्ब लगाया गया था, जिसे निकाल कर उनकी जगह एलइडी लगाई है, लेकिन जो पुराने बल्ब निकाले गए, अब इसे चोरी होना बताया जा रहा है। इसमें संबंधित अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे है। इसकी शिकायत निगम आयुक्त से की जाएगी।
नगर निगम के विद्युत एवं अग्निशमन विभाग के अध्यक्ष जसबीर ढिल्लन ने बताया कि मोवा ओवरब्रिज में लगे बिजली खंभों में करीब 35-35 हजार रुपए का एक हैलोजन बल्ब लगाया गया था, जिसे निकाल कर उनकी जगह एलइडी लगाई है, लेकिन जो पुराने बल्ब निकाले गए, अब इसे चोरी होना बताया जा रहा है। इसमें संबंधित अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे है। इसकी शिकायत निगम आयुक्त से की जाएगी।